अडानी को शाम होते-होते दूसरा बड़ा झटका, घूस कांड के बाद केन्या ने अडानी ग्रुप के साथ कैंसिल की सभी डील

गौतम अडानी और कुछ लोगों पर भारतीय सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देकर सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने का आरोप है।

Updated: Nov 21, 2024, 10:40 PM IST

भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। शाम होते-होते अडानी को एक और बड़ा झटका लगा है। घुस कांड मामले में नाम सामने आने के बाद पहले अडानी के सारे शेयर औंधे मुंह गिर गए। अब केन्या सरकार ने अडानी ग्रुप के साथ किए गए सारे डील्स रद्द कर दिए हैं।

केन्या के राष्ट्रपति विलियम रूटो ने गुरुवार को भरी संसद में अडानी के सारे प्रोजेक्ट रद्द करने संबंधी ऐलान किया। इस दौरान संसद में सबने तालियां बजाकर इसका स्वागत किया। कई सांसद खुशी में नाचने लगे। इस फैसले से सभी संसद बेहद ख़ुश थे और उत्साहित नजर आ रहे थे।

राष्ट्रपति विलियम रूटो ने कहा कि हमारी सरकार पारदर्शिता और ईमानदारी के सिद्धांतों पर काम करती है और ऐसे समझौतों को मंजूरी नहीं देगी, जो देश की छवि और हितों के खिलाफ हों। हम ऐसे किसी भी कॉन्ट्रेक्ट को स्वीकार नहीं करेंगे, जो हमारे देश की नीतियों और मूल्यों के खिलाफ हो।

केन्या सरकार द्वारा रद्द किए गए डील में बिजली ट्रांसमिशन और एयरपोर्ट विस्तार जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स शामिल थे। दोनों डील 21,422 करोड़ रुपए की थीं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, केन्या सरकार ने अडाणी ग्रुप के साथ 736 मिलियन डॉलर यानी 6,217 करोड़ रुपए की पावर ट्रांसमिशन डील की थी। इस डील के तहत केन्या में बिजली ट्रांसमिशन के लिए बुनियादी ढांचा तैयार करना था। 

इसके अलावा, अडाणी ग्रुप ने 1.8 बिलियन डॉलर यानी 15,205 करोड़ रुपए की डील भी साइन की थी, जिसमें नैरोबी के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर एक रनवे बनाना था और एक टर्मिनल का निर्माण करना था। इसके बदले अडाणी ग्रुप को 30 साल तक एयरपोर्ट का ऑपरेशन का काम सौंपा जाना था। लेकिन, करीब 21,422 करोड़ रुपए की ये दोनों डील अब रद्द कर दी गई हैं।

बता दें कि अमेरिका में भारतीय उद्योगपति गौतम अडाणी समेत 8 लोगों पर अरबों रुपए की रिश्वत और धोखाधड़ी के आरोप लगने के बाद केन्या सरकार ने यह फैसला लिया है। इसे लेकर भारत में भी सियासी हलचल तेज है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि गौतम अडानी को तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए।