रूस में पुतिन के विरोधी एलेक्सी की रिहाई के लिए ज़ोरदार प्रदर्शन, नवेलनी की पत्नी समेत हज़ारों गिरफ्तार

एलेक्सी नेवलनी को जर्मनी के बर्लिन से इलाज करवाकर लौटने के फ़ौरन बाद गिरफ्तार कर लिया गया था

Updated: Jan 24, 2021, 08:35 AM IST

Photo Courtesy: DW
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मॉस्को। रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बड़ा आंदोलन खड़ा हो गया है। पुतिन के विरोधी एलेक्सी नवेलनी की गिरफ्तारी के खिलाफ उनके हज़ारों समर्थकों ने शनिवार को भयानक ठंड के बावजूद सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक नवेलनी की रिहाई के लिए हो रहे इस प्रदर्शन में शामिल हज़ारों लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में नवेलनी की पत्नी यूलिया नवलन्या भी शामिल हैं।

सरकारी दमन के बावजूद रूस में प्रदर्शनों का सिलसिला बंद नहीं हो रहा है। इस आंदोलन को पुतिन के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा जन आंदोलन माना जा रहा है। शनिवार को नवेलनी की रिहाई के लिए रूस के 70 से भी ज़्यादा शहरों में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी प्रदर्शन कर रहे थे। रूसी सरकार ने इस प्रदर्शन को कुचलने के लिए नवेलनी की पत्नी समेत हज़ारों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया। अंग्रेज़ी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक प्रदर्शन कर रहे लगभग 800 लोगों को हिरासत में लिया गया है। जबकि हिंदी अख़बार अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 3400 प्रदर्शनकारी हिरासत में लिए गए हैं। पुतिन सरकार की इस कार्रवाई को लेकर दुनिया भर में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आलोचना हो रही है। 

पुतिन का विरोध क्यों हो रहा है 

दरअसल बीते रविवार को पुतिन ने अपने सबसे बड़े विरोधी एलेक्सी नवेलनी को गिरफ्तार किया है। नवेलनी को 30 दिन के लिए हिरासत में भेजा गया है। नवेलनी के समर्थक अपने नेता की रिहाई की मांग कर रहे हैं। अमेरिका ने भी नवेलनी की गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए जल्द रिहाई की मांग की थी। लेकिन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने धुर विरोधी एलेक्सी नवेलनी को अमेरिका का एजेंट मानते हैं। 

कौन हैं एलेक्सी नवेलनी 

एलेक्सी नवेलनी 2008 से ही अपने देश में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की अगुवाई कर रहे हैं। एलेक्सी अपने देश की राजनीति में सक्रिय हैं। उन्हें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का धुर विरोधी माना जाता है। 2018 के राष्ट्रपति चुनाव में एलेक्सी पुतिन के खिलाफ चुनाव भी लड़ने वाले थे। लेकिन उन्हें किसी मामले में आरोपी ठहरा कर चुनाव लड़ने से रोक दिया गया। अगस्त 2020 में एलेक्सी के ऊपर जानलेवा हमला भी हुआ था। उन्हें ज़हर देकर मारने की कोशिश की गई थी। इसके बाद से एलेक्सी बर्लिन में अपना इलाज़ करा रहे थे। रविवार को एलेक्सी अपने वतन लौटे ही थे कि उन्हें हिरासत में ले लिया गया।