Coronavirus Delhi : दिल्ली की सीमाएं खुलेंगी मगर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं

दिल्ली सरकार ने कराई गंगाराम अस्पताल के खिलाई FIR, सोमवार को खुलेंगी सभी सीमाएं

Publish: Jun 08, 2020, 03:23 AM IST

दिल्ली के अस्पतालों की मनमानी को देखते हुए दिल्ली सरकार ने कहा है कि स्थानीय अस्पताल केवल दिल्ली के मरीजों का ही इलाज करेंगे। महेश वर्मा कमेटी के सुझाव और दिल्लीवालों की मंशा के आधार पर सरकार ने ये फैसला लिया है। आशंका है कि आनेवाले दिनों में दिल्ली में 15 हज़ार  से ज्यादा बेड्स की जरूरत पड़ सकती है। केजरीवाल ने एक प्रेस संबोधन में कहा है कि दिल्ली के साढ़े सात लाख लोगों ने सुझाव भेजे हैं जिसमें नब्बे प्रतिशत चाहते हैं कि कोरोना काल के दौरान दिल्ली के अस्पतालों को दिल्ली वालों के इलाज के लिए निश्चित किया जाएं। हालांकि दिल्ली में केंद्र सरकार के अधीन आनेवाले अस्पताल बाहरी लोगों का इलाज करने के लिए आज़ाद हैं। 

इसके साथ ही कोरोना गाइडलाइंस के उल्लंघन पर दिल्ली सरकार ने गंगाराम अस्पताल के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के उप सचिव का आरोप है कि गंगाराम अस्पताल ने सरकारी आदेश की अवहेलना की। दिल्ली सरकार का कहना है कि सैंपल लेने के लिए RT PCR ऐप का इस्तेमाल नहीं हो रहा था। गंगाराम अस्पताल के खिलाफ यह मामला IPC की धारा 188 के तहत दर्ज किया गया है। 

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निजी अस्पतालों को चेतावनी दी है कि वो जानबूझकर मरीज़ों के इलाज में आनाकानी कर रहे हैं। और मजबूर मरीज़ों से इलाज के ज्यादा पैसे वसूल रहे हैं। केजरीवाल ने निजी अस्पतालों की इस मनमानी को रोकने के लिए ऐप बनवाया और उसे पब्लिक कर दिया जिसकी वजह से भी अस्पताल नाराज हो रहे हैं। इस ऐप के जरिए दिल्ली सरकार ने साबित किया कि किस अस्पताल के पास कितने बेड खाली हैं। लेकिन निजी अस्पतालों का संगठन इस बात से केजरीवाल से नाराज़ हो गया है। केजरीवाल का कहना है कि निजी अस्पतालों को सस्ती जमीन में अस्पताल खोलने की परमिशन इसलिए दी गई थी कि वो जनता की सेवा करेंगे लेकिन वो जनता के साथ ज्यादती कर रहे हैं। 

फिलहाल सर गंगाराम अस्पताल ने मामले पर अभी कोई सफाई नहीं दी है। लेकिन स्थानीय डॉक्टरों के संगठन ने मोर्चा खोल दिया है। इनका आरोप है कि केजरीवाल के इस कदम से दिन रात सेवा में लगे डॉक्टर्स का मनोबल टूटेगा। 

गौरतलब है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कोरोना मरीजों को भर्ती करने से मना करने वाले और बेड की कालाबाजारी करने वाले अस्पतालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। जिसमें कहा गया था कि निजी अस्पताल कोरोना मरीजों का इलाज करने से इनकार नहीं कर सकते हैं।

दिल्ली सरकार के अस्पतालों में सिर्फ दिल्लीवालों का होगा इलाज 

कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली कैबिनेट ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। जिसमें कहा गया है कि दिल्ली के सरकारी और निजी अस्पतालों में सिर्फ दिल्ली वालों का ही इलाज होगा। जबकि दिल्ली में स्थित केंद्र सरकार के अस्पतालों में सभी का इलाज हो सकेगा। 

सोमवार से खुलेंगी दिल्ली की सीमाएं

सोमवार से दिल्ली की सभी सीमाएं खोलने का फैसला लिया गया है। पिछले हफ्ते सीएम अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा और यूपी से सटे अपने बॉर्डर सील करने का ऐलान किया था। इसके चलते लगातार राज्यों की सीमाओं पर जाम की स्थिति पैदा हो रही थी। पुलिस सिर्फ आवश्यक सेवाओं को ही दिल्ली जाने दे रहे थे।

मॉल, रेस्टोरेंट कल से खुलेंगे, होटल खुलने पर रहेगी रोक

सोमवार से ही दिल्ली के रेस्टोरेंट, शापिंग मॉल और पूजा स्थल खुलेंगे। लेकिन सभी होटल और बैंक्वेट हॉल खोलने पर रोक जारी रहेगी । सभी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। गौरतलब है कि दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या 26,334 है। वहीं देश में कोरोना मरीजों की संख्या 2.50 लाख के करीब पहुंच चुकी है। देशभर में 6900 से ज्यादा मरीजों की मौत हो गई है।