बीजेपी की बैठक में क्यों हुई कांग्रेस की तारीफ

बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस के काम को सराहा, मध्यप्रदेश बीजेपी की मिशन-2023 को लेकर भोपाल में दो दिवसीय अहम बैठक. बीजेपी में गुटबाजी की खबरों के बीच किस्सा कुर्सी का चर्चा में है. मध्य प्रदेश के दो लाख 85 हजार शिक्षक, डेढ़ लाख संविदाकर्मी और 48 हजार स्थायीकर्मी अंशदायी पेंशन (नेशनल पेंशन स्कीम) की जगह पुरानी पेंशन लागू करने को थम लेकर आंदोलन कर रहे हैं

Updated: Feb 24, 2022, 09:29 PM IST

 

बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस के काम को सराहा

मध्यप्रदेश बीजेपी की मिशन-2023 को लेकर भोपाल में दो दिवसीय अहम बैठक गुरुवार को शुरू हुई। इस बैठक में मंत्री, सांसद और विधायक शामिल हुए। बैठक में बूथ विस्तार अभियान और समर्पण निधि जुटाने पर चर्चा हुई। बीजेपी की बैठक में कांग्रेस के सोशल मीडिया की तारीफ हुई। भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत ने कहा कि विपक्ष सोशल मीडिया पर मुद्दे उठाए हुए है। विपक्ष के आरोपों का सटीक से जवाब दिया जाए। बीजेपी के प्रदेश प्रभारी पी. मुरलीधर राव ने बैठक में कहा कि पदाधिकारी से बड़ा कोई मंत्री नहीं है। मंत्रियों के यहां पदाधिकारियों की सुनवाई नहीं होने से प्रदेश प्रभारी नाराज हुए। मंत्री प्रभार वाले जिलों में जिलाध्यक्षों को तव ज्जो दें। 


बीजेपी में किस्सा कुर्सी का 

बीजेपी में गुटबाजी की खबरों के बीच किस्सा कुर्सी का चर्चा में है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक पौधा रोज अभियान का 1 साल पूरे होने के अवसर पर कुर्सी न मिलने से गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा नाराज हो गए। जबकि चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग घर चले गए। इसके पहले नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह भी ऐसे ही विवाद में घिर चुके हैं। इस मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने चुटकी लेते हुए कहा कि आखिर भाजपा के जिम्मेदार नेता गुटबाजी के चक्कर में कब तक अपने वरिष्ठ नेताओं का यूं ही अपमान करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि छुटभैये नेताओं को मंच से उतारकर उनको जगह दी गई। सीएम इन वेटिंग के साथ यह व्यवहार?


पुरानी पेंशन की मांग के साथ कांग्रेस

मध्य प्रदेश के दो लाख 85 हजार शिक्षक, डेढ़ लाख संविदाकर्मी और 48 हजार स्थायीकर्मी अंशदायी पेंशन (नेशनल पेंशन स्कीम) की जगह पुरानी पेंशन लागू करने को थम लेकर आंदोलन कर रहे हैं। राजस्थान में सरकार द्वारा पुरानी पेंशन बहाल किए जाने का निर्णय लिया है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस भी इस मांग के साथ खड़ी हो गई है। प्रदेश कांग्रेस ने सरकार से एक जून 2005 से पहले की पेंशन व्यवस्था लागू करने की या मांग की है। पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल व जयवर्धन सिंह ने कहा कि ऐसा नहीं हुआ तो विधानसभा और से लेकर सड़क तक संघर्ष किया जाएगा।