AI के खतरों से कैसे निपटेगी दुनिया, UN सिक्योरिटी काउंसिल में पहली बार हुई चर्चा

आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के मुद्दे पर की गई बैठक में जहां चीन ने कहा कि तकनीक को 'भगोड़ा घोड़ा' नहीं बनना चाहिए। वहीं, संयुक्त राज्य अमेरिका ने लोगों को सेंसर करने या उनका दमन करने के लिए इसके इस्तेमाल के खिलाफ चेतावनी दी।

Updated: Jul 19, 2023, 08:47 AM IST

न्यूयॉर्क। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे-जैसे दुनिया में अपने पैर पसार रहा है, वैसे-वैसे ही उसके संभावित खतरे भी नजर आ रहे हैं। इसलिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने न्यूयॉर्क में इस विषय पर चर्चा की। इस दौरान चीन ने कहा कि तकनीक को 'भगोड़ा घोड़ा' नहीं बनना चाहिए।

यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल ने पहली बार मंगलवार को आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के मुद्दे पर बैठक की। बैठक में संयुक्त राज्य अमेरिका ने लोगों को सेंसर करने या उनका दमन करने के लिए इसके इस्तेमाल के खिलाफ चेतावनी दी। ब्रिटेन के फॉरेन सेक्रेटरी जेम्स क्लेवर्ली ने कहा कि एआई मानव जीवन के हर पहलू को मौलिक रूप से बदल देगा।

जेम्स क्लेवर्ली ने आगे कहा कि, 'एआई जलवायु परिवर्तन से निपटने और अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। हमें तत्काल ट्रांस्फॉर्मेटिव टेक्नोलॉजी के वैश्विक शासन को आकार देने की आवश्यकता है क्योंकि एआई कोई सीमा नहीं जानता है।' उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि टेक्नोलॉजी दुष्प्रचार को बढ़ावा देती है और हथियारों की तलाश में राज्य और गैर-राज्य दोनों को मदद कर सकती है।

वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा, 'एआई के मिलिट्री और नॉन-मिलिट्री दोनों अनुप्रयोगों के वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए बहुत गंभीर परिणाम हो सकते हैं।' गुटेरेस ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी, अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन, या जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल पर आधारित इस असाधारण तकनीक को नियंत्रित करने के लिए सामूहिक प्रयासों का समर्थन करने के लिए एक नए संयुक्त राष्ट्र निकाय के निर्माण के लिए कुछ राज्यों के आह्वान का समर्थन किया है।