India China Dispute : नेपाल ने कहा भारत से चर्चा ही एकमात्र विकल्प
नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ग्यावली ने कहा है कि नेपाल ने सीमा विवाद पर अपनी हठधर्मिता को त्यागने का मन बना लिया है।

चीन के बाद धीरे धीरे भारत-नेपाल सीमा विवाद में भी नेपाल का रुख नरम पड़ने लगा है। चीन के बकफुट पर आने के बाद अब नेपाल ने भी भारत के साथ सीमा विवाद पर अपना आक्रमक रुख त्याग दिया है। नेपाल के विदेश मंत्री ने कहा है कि भारत से बातचीत करना ही नेपाल के पास एकमात्र विकल्प बचा गया है। विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ग्यावली ने अपना बयान जारी करते हुए, सीमा विवाद पर अपनी हठधर्मिता को त्यागने का मन बना लिया है। प्रदीप कुमार ग्यावली ने कहा है कि 'नेपाल भारत के साथ विचार विमर्श करना चाहता है। इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं है।'
Nepal seeking to hold discussions with India. There is no other option than that: Pradeep Kumar Gyawali, Nepal Foreign Minister on border issue (file pic) pic.twitter.com/Pg7tumnSpa
— ANI (@ANI) June 9, 2020
गौरतलब है कि भारत का अपने पड़ोसी चीन और नेपाल दोनों से ही पिछले महीने से सीमा विवाद चल रहा है। एक तरफ चीन के साथ सीमा पर तनाव जारी है तो वहीं दूसरी तरफ नेपाल ने भारत में आने क्षेत्रों पर अपना हक होने की बात कर रहा है।
पिछले महीने, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सरकार ने संसद में नया नक्शा जारी कर भारत के कुछ क्षेत्र लिनपियाधुरा, लिपुलेख और कालापानी को नेपाल की सीमा में दर्शाया था। जिसके बाद नेपाल और भारत में सीमा को लेकर विवाद खड़ा हो गया। जिसके बाद भारत और नेपाल के रिश्तों में तल्खी आ गई है। लेकिन अब विदेश मंत्री के द्वारा बयान जारी करने के बाद साफ हो गया है कि नेपाल अब इस मुद्दे पर बैकफुट पर आ गया है। गौरतलब है कि नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ग्यावली के बयान जारी करने से पहले नेपाल सरकार ने एक डिप्लोमेटिक नोट जारी करते हुए कहा था कि नेपाल भारत सरकार से विदेश सचिव के स्तर पर बातचीत कर इस विवाद को सुलझाना चाहता है।