पाकिस्तान ने श्रीलंका को एक्सपायर्ड राहत सामग्री भेजी, मदद के नाम पर दुनिया में खूब बजाया डंका, अब हुई फजीहत

श्रीलंका में दितवाह तूफान से हुए नुकसान के बाद अलग-अलग देश उसकी मदद के लिए आगे आ रहे हैं। भारत की ओर से भी राहत सामग्री भेजी गई है लेकिन पाकिस्तान ने जो भेजा है, वो मदद से ज्यादा बीमारी का सामान है।

Updated: Dec 02, 2025, 04:29 PM IST

कोलंबो। पड़ोसी देश श्रीलंका में दितवाह तूफान की वजह से भारी नुकसान हुआ है। श्रीलंका की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा है कि आपदा में कम से कम 334 लोगों की मौत हो गई है, जबकि करीब 370 लोग लापता बताए जा रहे हैं। इस आपदा ने लगभग 1.1 लाख लोगों से उनके घर छीन लिए और वे अस्थायी राहत केंद्रों में शरण लिए हुए हैं। कुल मिलाकर लगभग 10 लाख या इससे भी ज्यादा लोग तूफान, बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं। ऐसे में सभी पड़ोसी देश श्रीलंका की मदद में आगे आ रहे हैं।

भारत ने सबसे पहले राहत अभियान शुरू किया और इसे नाम दिया गया है ऑपरेशन सागर बंधु। चीन ने भी आपातकालीन वित्तीय सहायता भेजी। चीन की रेड क्रॉस सोसाइटी ने श्रीलंका रेड क्रॉस को वित्तीय मदद भी दी है। ऐसे में पाकिस्तान भला कैसे पीछे रहता। पाकिस्तान की ओर से भी श्रीलंका को राहत सामग्री भेजी गई है, इसके लिए भारत से एयरस्पेस खोलने की भी मांग की गई। भारत पर एयरस्पेस न देने के आरोप भी लगे और इतने के बाद जो खाद्य सामग्री डिस्पैच की गई है, वो ही एक्सपायर्ड निकली।

पाकिस्तान की ओर से भेजी जा रही राहत सामग्री की फोटो खुद उसने सोशल मीडिया पर डाली थी। इसके साथ एक कैप्शन में लिखा गया है, ‘पाकिस्तान हमेशा श्रीलंका के साथ खड़ा है’। रिलीफ पैकेज का सामान रखा हुआ दिख रहा है और उसके साथ लिखा था, 'पाकिस्तान की ओर से भेजा गया राहत का सामान सफलतापूर्वक श्रीलंका पहुंचा दिया गया है, ताकि हमारे उन भाइयों-बहनों तक पहुंच सके, जो बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। पाकिस्तान हमेशा श्रीलंका के साथ खड़ा है।

पाकिस्तान के इस पोस्ट में रखे हुए पीले रंग के पैकेट पर एक्सपायरी डेट भी दिखाई दे रही है, जो साफ तौर पर 2024 में ही खत्म हो गई है, जबकि ये पैकिंग 2022 में की गई है। मतलब साफ है कि पाकिस्तान श्रीलंका को राहत के नाम पर सड़ा-गला माल दे रहा है। ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान ने ऐसा पहली बार किया है। अफगानिस्तान में आपदा के समय भी पाकिस्तान ने उनके यहां जो राहत सामग्री दी थी, उसमें एक्सपायर्ड हो चुका सामान था। साल 2022 में तालिबान अधिकारियों ने कहा था कि भारत की ओर से जो सामान आया है, वो गुणवत्तापूर्ण है जबकि पाकिस्तान ने घटिया क्वालिटी का गेहूं और बाकी सामान भेज दिया।