सिंध के मुख्यमंत्री ने दिवाली पर दी होली की शुभकामनाएं, सोशल मीडिया पर हुए ट्रोल
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में ही रहते हैं सबसे ज्यादा हिंदू, बावजूद होली और दिवाली में अंतर नहीं कर पाए सीएम मुराद अली शाह, पाकिस्तानी पत्रकारों ने भी की आलोचना

इस्लामाबाद। दीपावली अब सिर्फ लोकल त्यौहार नहीं बल्कि ग्लोबल पर्व बन चुका है। दुनियाभर के देशों में कल धूमधाम से दिवाली मनाई गई। वैश्विक नेताओं ने रोशनी के इस त्यौहार की शुभकामनाएं दी। हालांकि, पड़ोसी मुल्क के एक नेता ऐसे भी थे जिन्होंने दिवाली पर होली की शुभकामनाएं दे डाली। इसके बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें जमकर ट्रॉल किया।
दरअसल, पाकिस्तान के सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह ने दिवाली पर होली की बधाई दी थी। सीएम हाउस ने इसके लिए बकायदा हैप्पी होली का एक पोस्टर बनाया था जिसपर मुराद की तस्वीरें थी। यह पोस्टर रंग और गुलाल से भरा हुआ था। सीएम हाउस ने कैप्शन में लिखा, 'वजीरे आला सिंध सैयद मुराद अली शाह की जानिब से हिंदू बिरादरीन को होली की मुबारकबाद। होली का त्यौहार रंगों, रौशनियों, खुशियों और अमन का पैगाम देता है। हम हिंदू बिरादरीन के इस खुशियों के त्यौहार में बराबर शरीक हैं।'
यह भी पढ़ें: दिवाली पर जहरीली हुई दिल्ली-NCR की हवा, धुएं के गुबार से ढंका आसमान
सीएमओ ने जैसे ही यह बधाई संदेश ट्वीट किया, लोग उन्हें भला बुरा कहने लगे। यहां तक कि पाकिस्तानी लोगों ने भी उनकी आलोचना की। पाकिस्तानी पत्रकार मुर्तजा सोलंगी ने ट्वीट किया, 'पाकिस्तान में सबसे ज्यादा हिंदू आबादी सिंध में है। यहां हिंदू बहुमत में हैं। यह बेहद दुखद है कि सीएम हाउस के कर्मचारी होली और दीपावली में अंतर ना कर पाएं। यह वास्तव में दुखद है।'
Sindh has the largest number of Hindu population in Pakistan with areas where Hindus are in overwhelming majority. One can only be sad at the state of affairs if the staff at the CM House Sindh doesn’t know the difference between Diwali and Holi. Sad indeed. pic.twitter.com/QdpDe6f3Pl
— Murtaza Solangi (@murtazasolangi) November 4, 2021
मामला बढने के बाद सीएम हाउस ने इस ट्वीट को डिलीट कर लिया। ट्वीट डिलीट करने के बाद सीएम हाउस ने दुबारा ट्वीट कर अपनी गलती सुधारी। सीएम हाउस ने लिखा कि, 'दिवाली खुशियों और रोशनी का त्योहार है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने हमेशा अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा की बात की है।'