बाइडेन के यूक्रेन दौरे से भड़का रूस, रद्द की अमेरिका के साथ बची एकलौती परमाणु संधि

इस संधि को 'न्यू स्टार्ट न्यूक्लियर ट्रीटी' के नाम से जाना जाता है। पुतिन ने कहा कि अगर अमेरिका परमाणु हथियार परीक्षण करता है, तो रूस भी ऐसा करने के लिए तैयार है।

Updated: Feb 21, 2023, 12:59 PM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के अचानक यूक्रेन दौरे से रूस में बौखलाहट है। रूस ने गुस्से में आकर अमेरिका के साथ एकलौती परमाणु संधि को भी सस्पेंड कर दिया है। इस संधि को 'न्यू स्टार्ट न्यूक्लियर ट्रीटी' के नाम से जाना जाता है। पुतिन ने इस संधि को रद्द करने का ऐलान करते हुए कहा कि अगर अमेरिका परमाणु हथियार परीक्षण करता है, तो रूस भी ऐसा करने के लिए तैयार है। 

रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमिर पुतिन ने मंगलवार को कहा कि रूस, अमेरिका के साथ बची इकलौती परमाणु संधि को भी सस्पेंड कर रहा है जो दोनों पक्षों के सामरिक परमाणु हथियारों को सीमित करने को लेकर है। पुतिन ने यूक्रेन में युद्ध के करीब एक वर्ष बाद रूसी संसद में अपने अहम भाषण के बाद सांसदों से कहा, "मुझे आज यह घोषणा करने के लिए मजबूर होना पड़ा है कि सामरिक हथियार संधि में रूस अपनी भागीदारी को निलंबित कर रहा है।"

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न्यू स्टार्ट न्यूक्लियर ट्रीटी पर प्राग में वर्ष 2010 में दस्‍तखत किए गए थे और यह इसके अगले वर्ष 2011 में लागू हुई थी। यह संधि दोनों पक्षों के सामरिक परमाणु हथियारों को सीमित करने को लेकर की गई थी। यह संधि संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस द्वारा तैनात किए जा सकने वाले रणनीतिक परमाणु हथियारों की संख्या को सीमित करती है। इसके जरिए भूमि और पनडुब्बी आधारित मिसाइलों और बमवर्षकों की तैनाती को सीमित किया जाता है।

रूस-अमेरिका के साथ यही इकलौती परमाणु संधि बची थी। इसे भी अब सस्पेंड कर दिया गया है। माना जाता है कि रूस के पास दुनिया में परमाणु हथियारों का सबसे बड़ा जखीरा है। विशेषज्ञों के मुताबिक रूस के पास करीब 6,000 हथियार परमाणु भंडार हैं। रूस और अमेरिका के पास, कुल मिलाकर दुनिया के लगभग नब्बे फीसदी परमाणु हथियार हैं जो दुनिया को कई बार नष्ट करने के लिए पर्याप्त हैं।