फेक दिव्यांगता प्रमाणपत्र पर 11 लोग बने शिक्षक, छतरपुर में बड़े फर्जीवाड़े का भांडाफोड

छतरपुर जिले में फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्र बनवाकर नौकरी पाने वाले 11 शिक्षक बेनकाब हुए। जिला शिक्षा अधिकारी की शिकायत पर कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई। जांच में पता चला कि आठ प्राथमिक और तीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में पदस्थ ये शिक्षक 2023 से फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी कर रहे थे।

Publish: Sep 27, 2025, 02:35 PM IST

छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से फर्जीवाड़ा का एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्र का इस्तेमाल कर 11 लोग सरकारी शिक्षक की नौकरी कर रहे थे। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी की शिकायत पर कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई। जिसके बाद इन फर्जी शिक्षकों के खिलाफ पुलिस जांच में जुट गई है।

जानकारी के अनुसार, जिले में कुछ शिक्षकों पर फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्र बनवाकर नौकरी करने की शिकायतें मिल रही थीं। शिकायत के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच के लिए एक टीम का गठन किया। जांच में सामने आया कि 11 शिक्षक झूठे दस्तावेजों के आधार पर नौकरी कर रहे थे। इनमें आठ प्राथमिक विद्यालयों और तीन उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में पदस्थ शिक्षक शामिल हैं। जांच रिपोर्ट सामने आते ही विभाग में हड़कंप मच गया।

2023 में हुई थी भर्ती
मामले की पड़ताल में सामने आया कि साल 2023 में हुए भर्ती प्रक्रिया में इन 11 शिक्षकों ने फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्र पेश किए थे। इसके आधार पर उन्हें नियुक्ति मिल गई और वे पिछले दो सालों से नौकरी कर रहे थे। अब खुलासा होने के बाद इन पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और कोतवाली थाने की टीम जांच में जुट गई है।