इंदौर में 24 किन्नरों ने एक साथ पिया जहर, सभी अस्पताल में भर्ती, चार ने की आत्मदाह की कोशिश
इंदौर के नंदलालपुरा इलाके में 24 किन्नरों ने एक साथ जहर पी लिया। सभी को एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

इंदौर। इंदौर के नंदलालपुरा क्षेत्र में चल रहे किन्नरों के आपसी विवाद में एक गुट के करीब 24 किन्नरों ने जहर पी लिया। इनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। जहर पीने की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और एम्बुलेंस सहित पुलिस वाहनों के जरिए किन्नरों को अस्पताल पहुंचाया गया।
एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि प्रारंभिक जांच में फिनायल पीने की बात सामने आई है। उन्होंने किस तरह का पदार्थ पिया है, इसकी पुष्टि जांच के बाद स्पष्ट होगी। जहरीला पदार्थ किस कारण से पीया गया, इस संबंध में अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। सीएमएचओ को सभी प्रभावितों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए गए हैं।
एडिशनल डीसीपी दिशेष अग्रवाल ने बताया कि शाम के समय किन्नर समाज के डेरे में हंगामे की सूचना मिली थी। इसके बाद थाना प्रभारी पंढरीनाथ, एसपी सराफा और मैं बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि स्थिति सामान्य होने पर इनके बयान लिए जाने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर, एमवाय अस्पताल के बाहर चार किन्नर ने खुद पर पेट्रोल छिड़क कर आत्मदाह का प्रयास किया। पुलिस ने उनसे बोतल छीनकर मामला शांत किया। अस्पताल में और पुलिस बल तैनात किया गया है।
दरअसल, किन्नरों के दो गुटों में संपत्ति को लेकर विवाद भी चल रहा है। यहां गादी को लेकर पायल और सीमा गुरु के लोग कई बार आमने-सामने आ चुके हैं। इस मामले में सीपी संतोष सिंह एसआईटी का गठन भी कर चुके हैं, लेकिन एसआईटी तीन महीने बाद भी खाली हाथ है। पहले इस मामले में एसआईटी में मुख्य भूमिका डीसीपी ऋषिकेश मीणा निभा रहे थे, लेकिन उनके ट्रांसफर होने के बाद एसआईटी ने आगे मामलों में जांच नहीं की। कुछ दिन पहले भी किन्नरों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए थे। वहीं अन्नपूर्णा थाने का घेराव भी किया था।
इससे पहले नंदलालपुरा क्षेत्र की एक किन्नर ने दो मीडियाकर्मियों पर रेप का केस दर्ज कराया था। पंढरीनाथ थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर दोनों आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म, मारपीट और धमकी देने की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, किन्नर ने अपनी शिकायत में बताया कि 30 मई 2025 को उसके डेरे के गुरु के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। इसके बाद 12 जून को आरोपी पंकज जैन अपने साथी अक्षय के साथ डेरे पर आया। आरोप है कि पंकज ने किन्नर पर जबरन संबंध बनाने का दबाव डाला और मना करने पर समाज को बदनाम करने और पुलिस कार्रवाई में एनकाउंटर कराने की धमकी दी।
किन्नर का कहना है कि पंकज ने उसे पहली मंजिल पर ले जाकर जबरन संबंध बनाए और मारपीट भी की। बाद में धमकी दी गई कि यदि उसने यह बात किसी को बताई तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। घटना के बाद पीड़ित किन्नर ने अपने गुरु को जानकारी दी और मंगलवार को थाने पहुंचकर लिखित शिकायत दी।