भोपाल के बाद अब इंदौर में भी हटेगा BRTS कॉरिडोर, CM यादव बोले- इससे लोग परेशान थे
इंदौर शहर के निरंजनपुर चौराहे से राजीव गांधी चौराहे के बीच 11.45 किलोमीटर लंबे बीआरटीएस में फिलहाल 59 पब्लिक ट्रांसपोर्ट बसें चलायी जा रही हैं।
इंदौर। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बाद अब इंदौर में भी BRTS (बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) हटाया जाएगा। इंदौर पहुंचे सीएम डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को कहा कि सरकार ने इस संबंध में निर्णय ले लिया है। उन्होंने कहा कि इससे लोगों को परेशानी हो रही है, इसे हटाया जाएगा। हम कोर्ट के सामने भी अपना पक्ष रखेंगे।
इंदौर ने मोहन यादव ने मीडिया से कहा कि भोपाल में जैसे बीआरटीएस हटाया गया है, उससे यातायात में सुविधा मिली है। इंदौर में भी बीआरटीएस को लेकर हमें लोगों की शिकायतें मिल रही है, जो भी तरीका लगाना पड़ेगा, इसे हटाएंगे। कोर्ट के सामने भी हम अपना पक्ष रखेंगे। सब लोगों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए हमने निर्णय लिया है। उम्मीद है कि इसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
सीएम माेहन ने कहा है कि इस कदम का उद्देश्य शहर की सड़कों पर यातायात की दिक्कतें दूर करके जनता के लिए आवागमन सुगम बनाना है। बता दें कि इंदौर शहर के निरंजनपुर चौराहे से राजीव गांधी चौराहे के बीच 11.45 किलोमीटर लंबे बीआरटीएस में फिलहाल 59 पब्लिक ट्रांसपोर्ट बसें चलायी जा रही हैं। इस गलियारे में हर दिन करीब 60,000 यात्री सफर करते हैं।
बीआरटीएस हटाने का मामला फिलहाल जबलपुर हाई कोर्ट में है। इसे लेकर दो जनहित याचिकाएं हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में लगी थी, जिसे हाईकोर्ट की मुख्य पीठ (जबलपुर) ट्रांसफर कर दिया है। मंगलवार को मुख्य न्यायाधिपति के सामने मामले में सुनवाई भी होना थी, लेकिन नंबर नहीं आया। हाईकोर्ट ने वर्तमान परिस्थितियों में बीआरटीएस प्रोजेक्ट की उपयोगिता और व्यवहारिकता की जांच के लिए 5 सदस्यों की कमेटी बनाने के निर्देश दिए हैं।