साइबर लुटेरे से बाल-बाल बचे भोपाल के पत्रकार, बैंक खाते से लाखों निकालने की हुई कोशिश

अभय के खाते से उनकी ज़िन्दगी भर की लाखों की जमा पूँजी गायब हो चुकी थी, बैंक पहुँचने पर मैनेजर ने बताया कि हैकर ने उनके पैसों की एफडी बना ली है

Updated: Mar 15, 2021, 10:00 AM IST

Photo Courtesy : Patrika
Photo Courtesy : Patrika

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में रहने वाले एक पत्रकार बहुत बड़े फ्रॉड का शिकार होने से बाल बाल बच गए। हैकर ने पत्रकार के खाते से लाखों रुपए की हेरा फेरी कर ही दी थी कि पत्रकार और उनकी पत्नी की तत्परता की वजह से उनके जीवन भर की लाखों की जमा पूँजी बच गई। हैरान करने वाली बात यह है कि हैकर सुरक्षित माने जाने वाले इंटरनेट बैंकिंग के ज़रिए पत्रकार के खाते तक पहुँच बना चुका था। फ्रॉड का यह सारा खेल एक सरकारी बैंक के खाते में हुआ।  

एक रोज़ जब पत्रकार की पत्नी घर पर थीं तब उनके घर फोन की घंटी बजी। पत्रकार के घर हैकर ने फोन किया था। पत्रकार की पत्नी अमूमन किसी अनजान नंबर वाला फोन नहीं उठातीं। लिहाज़ा जब हैकर ने पत्रकार के घर फोन किया तो आदतन उनकी पत्नी ने अनजान नंबर को देखते हुए फोन उठाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। लेकिन जब बार-बार एक ही नंबर से फोन की घंटी बजी तो उन्होंने आख़िरकार फोन उठा ही लिया।    

फोन उठाने पर एक शख्स ने खुद को बैंक कर्मचारी बताते हुए उनसे बात की। उसके पास पत्रकार के बैंक खाते का सारा विवरण मौजूद था, इसलिए पत्रकार की पत्नी को उसके बैंक कर्मचारी होने में कोई शक नहीं हुआ। इसके बाद उसने पत्रकार की पत्नी से कहा कि आपके खाते से लिंक पैन कार्ड अपडेट नहीं हुआ है, इसलिए बैंक उनके खाते में मौजूद सभी पैसों को ज़ब्त करने जा रहा है। 

खाते में जीवन भर की जमा पूँजी के लाखों रुपये जमा थे। लिहाज़ा महिला ने तुरंत फोन काटकर अपने पत्रकार पति को फोन लगाया। सारी जानकारी देने पर अभय (बदला हुआ नाम) आनन फानन में घर के लिए रवाना हुए। घर पहुँचने पर उन्होंने बैंक के ऐप से खाता चेक किया, तो उनके होश उड़ गए। खाते में एक भी पैसा नहीं बचा था। उनके जीवन भर की जमा पूँजी गायब थी। पत्रकार ने तुरंत उसी नंबर पर फोन मिलाया, जिससे उनकी पत्नी को फोन आया था। फोन उठाने वाले हैकर ने बेहद अकड़ में बात करते हुए कहा कि उसे जो करना था उसने कर दिया, अब अगर और नुकसान से बचना है तो उसकी बात माननी होगी। 

पत्रकार ने समझदारी दिखाते हुए हैकर की कोई बात नहीं मानी और पत्नी के साथ बैंक जा पहुंचे। जहां बैंक मैनेजर ने उनका खाता चेक करके बताया कि कुछ देर पहले उनके एकाउंट में जमा सारी रकम की एफडी कर दी गई है, इसलिए खाता खाली दिख रहा है। पता चला कि यह एफडी हैकर ने ही की है। बैंक मैनेजर ने बताया कि दरअसल हैकर अभय के बैंक खाते को भेदकर उसमें घुस तो गया था, लेकिन वो पैसे कहीं और ट्रांसफर नहीं कर पा रहा था। ऐसे में उसने डराकर वसूली करने के इरादे से खाते में मौजूद रकम की एफडी बनवा दी। इसके बाद वो  इस पैसे को किसी तरह निकालने के लिए ही अभय के घर फोन करके पैन कार्ड जैसे कुछ और डिटेल जुटाने की कोशिश कर रहा था। 

अभय की पत्नी के मुताबिक कुछ दिन पहले बैंक के ही एक कर्मचारी के कहने पर बैंक का एक ऐप डाउनलोड किया था। उन्हें आशंका है कि उस ऐप को डाउनलोड करने की वजह से ही शायद उनके एकाउंट के तमाम डिटेल हैकर तक पहुंचे हैं। हालांकि पत्रकार के खाते में जमा पैसे बच गए और उनके एकाउंट को अब बैंक ने पूरी तरह सुरक्षित भी कर दिया है, लेकिन इस घटना के कारण बैंक के ऐप और इंटरनेट बैंकिंग के जरिए होने वाले ट्रांजैक्शन की सिक्योरिटी पर कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।