देवास में पुलिस पर दलितों के साथ मारपीट के आरोप, अरुण यादव ने की पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग
मध्य प्रदेश के देवास में दलित युवक की पुलिस कस्टडी में पिटाई करने की घटना सामने आई है। देवास पुलिस द्वारा तीन युवकों की बेहरमी से पिटाई करने के आरोप है। जिसके बाद मध्य प्रदेश की सियासत गर्मा गई है।

देवास। मध्य प्रदेश के देवास में दलित युवक की पुलिस कस्टडी में पिटाई करने की घटना सामने आई है। देवास पुलिस द्वारा तीन युवकों की बेहरमी से पिटाई करने के आरोप है। जिसके बाद मध्य प्रदेश की सियासत गर्मा गई है। इस घटना ने प्रशासन की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाना शुरू कर दिए है। जिसके बाद हड़कंप मच गया है। मामले में जांच की जा रही है।
यह घटना 6 अगस्त की है। जब औद्योगिक क्षेत्र में गणेश जी और माता की मूर्तियां तोड़ने के विरोध में पुलिस ने 3 दलित युवकों को हिरासत में लिया था। वहीं पुलिस ने यह कार्रवाई सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की है। घटना के कुछ फोटोज सामने आए है। पुलिस कस्टडी में लिए गए युवकों में रवि अजमेरी, (21), रितेश अजमेरी (23) के साथ ही रितेश सीनम (23) के नाम शामिल है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरूण यादव ने सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो साझा कर लिखा। मध्य प्रदेश पुलिस की गंडागर्दी चरम पर है। उन्होंने डीजीपी से पुलिसकर्मी को सस्पेंड करने को कहा। साथ ही बताया कि देवास के बावड़िया इलाके में तीन दलित युवकों को थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया गया।
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अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि मामले में सिविल लाइन थाना और औद्योगिक क्षेत्र थाना में प्रकरण दर्ज किया गया है। जिसके तहत इन युवकों की गिरफ्तारी हुई है। वहीं इनके परिजनों ने कुछ बिंदुओ की जांच पर ज्ञापन सौंपा है। जिसमे बिंदुवार जांच करवाई जाएगी। इसके लिए नगर पुलिस अधीक्षक को जिम्मेदारी दी गई है। वहीं पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि उन्होंने शराब के नशे में हुड़दंग मचाने के इरादे से इस घटना को अंजाम दिया था।