कमिश्नरेट को ट्रेनिंग देने पहुंचे घूसखोर IAS, सीएम पर लगा अफसरों को घूसखोरी सिखलाने का आरोप

भोपाल के नए कमिश्नर को ट्रेनिंग देने आए घूसखोरी के आरोप में सस्पेंड आईएसएस अधिकारी, 2015 में एक ऑडियो में कहते पाए गए थे अकेले खाओगे को अपच हो जाएगी

Updated: Dec 12, 2021, 01:03 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के दो महानगरों भोपाल और इंदौर में कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद अब पुलिस अफसरों की ट्रेनिंग का दौर शुरू हो गया है। भोपाल के नए कमिश्नर मकरंद देऊस्कर, ACP इरशाद वली और कमिश्नरेट में नियुक्त अन्य अधिकारियों को आज ट्रेनिंग दी गई। खास बात ये है कि ट्रेनिंग देने के लिए एक ऐसे महापुरुष को बुलाया गया था जो घूसखोरी के दुनिया के नामदार हस्ती हैं।

दरअसल, ट्रेनिंग देने के लिए रिटायर्ड आईएएस अधिकारी जेएन मालपानी को बुलाया गया था। मालपानी साल 2015 में तब सुर्खियों में आए थे जब उनका एक ऑडियो वायरल हुआ था। वायरल ऑडियो में मालपानी एक दूसरे अधिकारी को कह रहे थे कि 'अकेले-अकेले खाओगे तो इनडाइजेशन (अपच) हो जाएगा। ऑडियो वायरल होने के बाद सरकार ने जांच कमेटी गठित कर मालपानी को सस्पेंड कर दिया गया था। 

यह भी पढ़ें: भाड़े की भीड़ ने दिया CM शिवराज को धोखा, कुर्सियों को विकास कार्यों की जानकारी देकर लौटे मुख्यमंत्री

मालपानी तब अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के आयुक्त हुआ करते थे। मालपानी सस्पेंशन के दौरान ही रिटायर हो गए। यानी निलंबन वापसी से पहले ही वे पदमुक्त हो गए थे। रिटायरमेंट के बाद सरकार अब मालपानी के गुणों का सदुपयोग पुलिस के बड़े अधिकारियों को ट्रेनिंग देने में कर रही है। उन्होंने नए कमिश्नर, एसीपी व तमाम अधिकारियों को कमिश्नरेट सिस्टम में मिले अधिकारों को लेकर बताया कि वे अपने अधिकारों को कैसे एक्जीक्यूट कर सकते हैं।

इस ट्रेनिंग को सीपीएम नेता बादल सरोज ने हास्यास्पद करार दिया है। कम्युनिस्ट नेता ने पूछा है कि, 'आखिर एक घूसखोर IAS से पुलिस अधिकारियों को ट्रेनिंग दिलाने के पीछे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की क्या मंशा हो सकती है? साफ जाहिर है कि उन्हें घूसखोरी का पाठ पढ़ाया जा रहा है। पहले तो ये अंग्रेजी हुकूमत की प्रणाली वापस लागू किया गया और अब घूसखोर आईएएस से ट्रेनिंग। इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?'