MP: दलितों को मां दुर्गा की पूजा करने से रोका, धक्के मारकर पंडाल से भगाने का आरोप

सिवनी के सादक गांव में दलित परिवार को दुर्गा पंडाल में पूजा करने और चंदा देने से रोका गया। स्थानीय दबंगों ने गाली-गलौज कर अपमानित किया। घटना का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने तीन आरोपियों पर एससी-एसटी एक्ट में केस दर्ज किया, जो फिलहाल फरार हैं।

Publish: Sep 26, 2025, 06:41 PM IST

सिवनी। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के छपारा थाना अंतर्गत सादक गांव में सामाजिक भेदभाव का शर्मनाक सामने आया है। यहां दुर्गा पंडाल में पूजा करने पहुंचे दलित परिवार के लोगों को स्थानीय दबंगों ने न केवल रोका बल्कि उनके साथ गाली-गलौज भी की। इतना ही नहीं जब परिवार का एक सदस्य चंदा देने गया तो उसे भी मना कर भगा दिया गया। पीड़ितों ने घटना का वीडियो बनाकर पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई है।

दलित समाज के पीड़ित श्यामलाल अहिरवार ने बताया कि बीते 24 सितंबर को वह अपनी पत्नी संतोषी बाई और बेटे कार्तिक के साथ दुर्गा पंडाल में पूजा करने के लिए गए थे। तभी आरोपी मेहरबान सिंह ठाकुर ने उन्हें रोक दिया। श्यामलाल ने आरोपी मेहरबान सिंह ठाकुर पर आरोप लगाए हैं कि आरोपियों ने ना केवल उन्हें पंडाल में पूजा करने से रोका, बल्कि जातिसूचक गालियां भी दीं।

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चंदा देने गए भतीजे को किया अपमानित
पीड़ित श्यामलाल ने बताया कि इसके बाद जब उनका भतीजा चंदा देने पंडाल पहुंचा तो नरेश ठाकुर और नारायण यादव ने उसे जातिसूचक गालियों से अपमानित किया और चंदा लेने से मना कर वहां से भगा दिया। पीड़ितों ने पूरी घटना का वीडियो भी बनाया है जिसमें आरोपी श्यामलाल और उनके परिवार के साथ बहस और गाली-गलौज कर रहे हैं। दलित समाज से आने वाले श्यामलाल और उनके परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कर न्याय की मांग की है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला हुआ दर्ज
शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी मेहरबान सिंह ठाकुर, नरेश ठाकुर और नारायण यादव के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया है। थाना प्रभारी खेमेंद्र जैतवार ने बताया कि मामला दर्ज होने के बाद तीनों आरोपी फिलहाल फरार हैं। उनकी तलाश में पुलिस की जुटी हुई है।