जबलपुर में भाजपा नेता की गुंडागर्दी, लाइव शो के दौरान टीवी पत्रकार को धमकाया

मैं मुख्यमंत्री से निवेदन करता हूं कि मध्य प्रदेश में ऐसा माहौल पैदा किया जाए कि पत्रकार स्वतंत्र रूप से कार्य कर सकें। सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को गुंडागर्दी करने की छूट नहीं होनी चाहिए: कमलनाथ

Updated: Jun 30, 2023, 01:04 AM IST

जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक बार फिर भाजपा नेताओं की गुंडागर्दी देखने को मिली है। यहां भाजपा नेताओं ने एक टीवी पत्रकार के साथ न सिर्फ बदसलूकी की, बल्की लाइव शो में खुलेआम धमकी तक दे डाली। विपक्षी दल कांग्रेस ने इस घटना की निंदा करते हुए पत्रकारों को उचित सुरक्षा दिए जाने की मांग की है।

पीसीसी चीफ व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'आज जबलपुर में एक टॉक शो के दौरान जिस तरह से एबीपी न्यूज़ के पत्रकार के साथ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दुर्व्यवहार किया, मैं कड़े शब्दों में उसकी भर्त्सना करता हूं। पत्रकार मुख्यमंत्री को लेकर सवाल पूछ रहे थे तो उन्हें जबरन चुप कराया गया। मैं मुख्यमंत्री से निवेदन करता हूं कि मध्य प्रदेश में ऐसा माहौल पैदा किया जाए कि पत्रकार स्वतंत्ररूप से कार्य कर सकें। सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को गुंडागर्दी करने की छूट नहीं होनी चाहिए।'

दरअसल, एबीपी न्यूज नेटवर्क के रिपोर्टर ज्ञानेंद्र तिवारी गुरुवार को जबलपुर में "जनता जिंदाबाद" कार्यक्रम करने पहुंचे थे। इस लाइव कार्यक्रम में कांग्रेस, बीजेपी, AAP व अन्य दलों के कार्यकर्ता और वहां के स्थानीय लोग मौजूद थे। इस दौरान सवाल पूछने पर भाजपा के लोग बदसलूकी पर उतर आए। बीजेपी के एक नेता ने तो उन्हें खुलेआम धमकाते हुए कहा कि आप न्यूज एंकर होकर सीएम शिवराज सिंह चौहान का नाम कैसे ले सकते हैं।

खास बात ये है कि पत्रकार ने मौके पर बहादुरी दिखाते हुए भाजपा नेताओं को न सिर्फ मुंहतोड़ जवाब दिया बल्कि चुनौती देते हुए कहा कि मैं शिवराज सिंह चौहान का नाम लूंगा और यदि हिम्मत है तो मेरा कैमरा बंद करके दिखाएं। बहरहाल, इस घटना के बाद प्रदेश में मीडिया की स्वतंत्रता और पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है।

कांग्रेस ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि प्रदेश में मीडिया की आजादी समाप्त हो चुकी है। एमपी कांग्रेस के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने ट्वीट किया, 'मध्य प्रदेश में मीडिया की आजादी संपूर्ण रूप से समाप्त हो चुकी है। एबीपी न्यूज़ के पत्रकार ज्ञानेंद्र तिवारी ने जब जबलपुर में मुख्यमंत्री को लेकर सवाल पूछा तो भाजपा के गुंडों ने उन्हें ना सिर्फ सवाल पूछने से रोक दिया बल्कि मुख्यमंत्री का नाम लेने तक से मना कर दिया।'

पीयूष बबेले ने आरोप लगाते हुए कहा कि, 'एबीपी न्यूज़ के ओपिनियन पोल में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत सरकार बनने की भविष्यवाणी दो दिन पहले की गई थी, उसके बाद से भाजपा बौखलाई हुई है।' बताया जा रहा है कि भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष रहे अभिलाष पांडेय ने पत्रकार ज्ञानेंद्र तिवारी को धमकी दी थी।