भोपाल में ब्राह्मण महाकुंभ आज, पांच लाख लोगों के जुटने का दावा, MP में ब्राह्मण आयोग के गठन की मांग

एट्रोसिटी एक्ट खत्म करने, ब्राह्मणों को 14 फीसदी आरक्षण समेत 11 सूत्री मांगों को लेकर ब्राह्मणों का शक्ति प्रदर्शन, ब्राह्मण महाकुंभ में हिस्सा लेंगे द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य श्री स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज

Updated: Jun 04, 2023, 10:32 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले ब्राह्मण समाज ने अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है। राजधानी भोपाल में ब्राह्मण समाज बड़ा आंदोलन करने जा रहा है। इस ब्राह्मण महाकुंभ में पांच लाख लोगों के जुटने का दावा है। MP में ब्राह्मण आयोग के गठन, एट्रोसिटी एक्ट खत्म करने, ब्राह्मणों को 14 फीसदी आरक्षण समेत 11 सूत्री मांगों को लेकर भोपाल के जंबूरी मैदान में ब्राह्मणों का यह शक्ति प्रदर्शन होने वाला है।

ब्राह्मण महाकुंभ के आयोजकों में शामिल व संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि इस महाकुंभ में ब्राह्मण समाज के सभी संगठन शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य श्री स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज विशेष रूप से शिरकत करेंगे। दोपहर एक बजे शंकराचार्य स्वामी ब्राह्मण महासभा में मौजूद जनसैलाब को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम में शामिल होने गुफा मंदिर के प्रवेशदास जी महाराज, कई धर्माचार्य, भागवताचार्य और कर्मकांडी ब्राह्मण भी आ रहे हैं।

कार्यक्रम में बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है। चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि बीजेपी से सीएम शिवराज सिंह चौहान शामिल होंगे। जबकि कांग्रेस से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी शामिल होंगे। पचौरी इस दौरान ब्राह्मण समुदाय को लेकर कमलनाथ का संदेश भी पढ़ेंगे। इसके अलावा गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, पंडित गोपाल भार्गव, पंडित आलोक शर्मा सहित सभी राजनीतिक दलों में शामिल ब्राह्मण समाज के नेता और जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है। 

ये हैं प्रमुख मांगें

* प्रदेश में ब्राह्मण आयोग का गठन हो। इसमें राजनीतिक व्यक्ति को अध्यक्ष न बनाए जाए। सामाजिक काम करने वालों को ही अध्यक्ष बनाया जाए।
* एट्रोसिटी एक्ट के तहत बिना जांच के FIR नहीं लिखी जाए और न ही गिरफ्तारी की जाए। इस एक्ट को समाप्त किया जाए।
* ब्राह्मण वर्ग को जनसंख्या के अनुपात में मध्य प्रदेश में 14% आरक्षण का लाभ दिया जाए। SC/ST, OBC जैसी सुविधाएं दी जाएं।
* समाज के छात्र-छात्राओं के लिए शासन जिला और तहसील स्तर पर छात्रावास की व्यवस्था करे। नाम परशुराम छात्रावास रखा जाए।
* आठ लाख से नीचे आय वाले ब्राह्मणों को आयुष्मान योजना का लाभ दिया जाए। स्टूडेंट्स को फ्री सरकारी आवेदन की पात्रता दी जाए।
* भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर राष्ट्रीय स्तर पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए।
* भारत के सभी मंदिरों को शासन के नियंत्रण से मुक्त रखा जाए। इनका नियंत्रण मंदिर के संस्थानों को साथ दिया जाए।
* 1980 से आज तक मंदिरों का सर्वे नहीं हुआ है। सर्वे करवाकर सभी सार्वजनिक मंदिरों के पुजारियों को 10 हजार रु. प्रतिमाह मानदेय दिया जाए। चढ़ावे में हिस्सा 50% किया जाए।
* कथावाचक, साधु - संतों और ब्राह्मण समाज पर अपशब्द बोलने एवं अपमानित किए जाने की दशा में कठोर कार्रवाई का प्रावधान किया जाए।
* ब्राह्मण अत्याचार निवारण अधिनियम (एट्रोसिटी एक्ट) बनाया जाए।
* जिन सीटों पर सवर्ण चुनाव लड़ सकते हैं, वहां OBC और SC/ST को टिकट न दिए जाएं।