MP के 17 धार्मिक नगरों में शराबबंदी को कैबिनेट की मंजूरी, मंत्रियों को ट्रांसफर करने का भी मिला अधिकार

शराबबंदी वाले 17 धार्मिक नगरों में उज्जैन नगर निगम, दतिया, पन्ना, मंडला, मुलताई, मंदसौर, मैहर के अलावा ओंकारेश्वर, महेश्वर, ओरछा, चित्रकूट और अमरकंटक के नगर परिषद क्षेत्र शामिल हैं।

Updated: Jan 24, 2025, 05:36 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के 17 धार्मिक नगरों की 47 शराब दुकानें पूरी तरह बंद की जाएंगी। महेश्वर में शुक्रवार को हुई कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली। एक अप्रैल से यह फैसला प्रदेशभर में लागू होगा। कैबिनेट बैठक के बाद सीएम डॉ. मोहन यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान किया। इससे शराब दुकानों से मिलने वाला राजस्व करीब 450 करोड़ रुपए कम हो जाएगा।

शराबबंदी वाले 17 धार्मिक नगरों में उज्जैन नगर निगम, दतिया, पन्ना, मंडला, मुलताई, मंदसौर, मैहर के अलावा ओंकारेश्वर, महेश्वर, ओरछा, चित्रकूट और अमरकंटक के नगर परिषद क्षेत्र शामिल हैं। ग्राम पंचायत स्तर पर सलकनपुर माता मंदिर, बरमान कला, बर्मन खुर्द, कुंडलपुर और बांदकपुर में पांच किलोमीटर के दायरे में शराबबंदी की मौजूदा नीति जारी रहेगी।

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कैबिनेट बैठक की जानकारी देते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि विशेष परिस्थिति में मंत्री अपने विभागों में ट्रांसफर कर सकेंगे। इसके साथ ही नारी सशक्तिकरण मिशन को भी कैबिनेट ने लक्ष्यों के साथ मंजूरी दी है। सीएम यादव ने कहा कि विधिवत ट्रांसफर पालिसी बाद में आएगी, लेकिन विस्तारित रूप में ट्रांसफर करने के पहले मंत्री इसके पहले विभाग के स्तर पर इसमें फैसला ले सकेंगे।

सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि अंबेडकर विश्वविद्यालय महू को विधि संकाय के लिए 25 करोड़ रुपए कैबिनेट ने मंजूर किए हैं। भाजपा सरकार में महू को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया है। विधि संकाय के साथ एक्सीलेंस सेंटर के रूप में भी इसे विकसित करने का फैसला किया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के साथ कल्याणी (विधवा, परित्यक्ता) बहनों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कल्याणी के विवाह पर दो लाख रुपए दिए जाएंगे। इसके लिए अभियान चलाकर हर विभाग को दो लाख रुपए दिए जाने का फैसला लिया है।