Farm Bills 2020: फर्जी किसानों के जरिए झूठे दावे करते हैं शिवराज, कांग्रेस विधायक ने सीएम से की माफी की मांग

Kunal Choudhary: कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी का आरोप, किसानों को गुमराह करना चाहते हैं मुख्यमंत्री, मंदसौर के जागरुक किसान ने खोली झूठ की पोल

Updated: Oct 05, 2020, 07:40 AM IST

Photo Courtesy: twitter
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भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस का आरोप है कि शिवराज सरकार किसानों को गुमराह करने और भ्रम फैलाने का काम कर रही है। बीजेपी सरकार इसके लिए सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर रही है। शाजापुर जिले के कालापीपल से कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने बीजेपी के इस कुचक्र को बेनकाब करने का काम किया।

दरअसल पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक कार्यक्रम में किसानों को बुलाया गया था। जहां उन किसानों ने उन्नत खेती औऱ कम जमीन में ज्यादा उपज की जानकारी दी थी। जिसकी तारीफ मुख्यमंत्री ने की थी। जिसके बाद मंदसौर के एक किसान ने बड़ी मशकक्त के बाद उस किसान का नंबर हासिल किया और उससे बात की तो पता चला कि वह किसान ना तो खेती के बारे में जानता है और ना तो उसे जमीन के बारे में ही कोई जानकारी थी। हार्टीकल्चर विभाग ने वाहवाही लूटने के लिए ऐसा किया था।

कांग्रेस का आरोप है कि शासन-प्रशासन होटलों में बड़े आयोजनों करता है। जिसमें फर्जी किसानों को बुलाकर प्रदेश को झूठी जानकारी दी जाती है। प्रदेश के किसानों को संदेश देने की कोशिश की जाती है कि प्रदेश में किसानों के ना केवल उत्पादन में वृद्धि हो रही है, बल्कि वह 3 एकड़ के छोटे से खेत में भी लाखों रुपए कमा रहे हैं।

मंदसौर के जागरुक किसान ने किया मामले का खुलासा

दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के कार्यक्रम का वीडियो को देखकर मंदसौर के एक जागरूक कृषक बद्री लाल धाकड़ ने भी वही बीज खरीदना चाहा जो वीडियो वाले किसान ने खरीदा था। इसके लिए जब उपसंचालक कृषि विभाग से फोन पर जानकारी मांगी, तो उस अधिकारी ने ऐसी किसी भी जानकारी होने से इनकार कर दिया। महिला अधिकारी ने किसान से हॉर्टिकल्चर विभाग का नंबर देकर वहां बात करने को कहा। जब किसान बद्रीलाल धाकड़ ने हॉर्टिकल्चर विभाग के अधिकारी नीरज सांवरिया से फोन पर संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि झूठा वीडियो वायरल हो गया है।

हॉर्टिकल्चर विभाग के अधिकारी ने किसान चयन से झाड़ा पल्ला

हॉर्टिकल्चर विभाग के अधिकारी ने कहा कि उस वीडियो में जिस किसान को बुलाया गया है, उसका चयन उन्होंने नहीं बल्कि भोपाल के अधिकारियों ने किया था। इसलिए इंटरव्यू में व्यक्त किए गए विचारों के लिए भोपाल के अधिकारी ही जिम्मेदार हैं। जब जागरूक किसान बद्री धाकड़ ने इस अधिकारी से और जानकारी लेना चाही तो उसने गुस्सा किया और भविष्य में फोन ना लगाने को कहा। जब किसान बद्रीलाल ने अधिकारी से कहा कि इसकी जानकारी मुख्यमंत्री को दी जाएगी, तब उसने इंटरव्यू में बिठाए गए फर्जी किसान का फोन नंबर देकर पल्ला झाड़ लिया।

फर्जी किसान को नहीं है कृषि संबंधी कोई जानकारी

हॉर्टिकल्चर विभाग के अधिकारी नीरज सांवरिया ने जिस किसान का नंबर दिया था। जब बद्रीलाल धाकड़ ने उस किसान से बात की तो उसके पैरों से जमीन खिसक गई। बद्रीलाल ने किसान से बीज खरीदने के बारे में पूछा तो फर्जी किसान की पोल पट्टी खुल गई। फर्जी किसान हेक्टेयर, एकड़ और बीघा तक का अंतर नहीं समझता था। और तो और उसे लहसुन की खेती करने की कोई विशेष जानकारी भी नहीं थी।

जागरुक किसान ने फर्जी किसान की खोली पोल

जब जागरूक कृषक बद्रीलाल धाकड़ ने फर्जी किसानों से झूठे इंटरव्यू के लिए माफी मांगने को कहा। बद्रीलाल ने धमकी दी कि अगर वह ऐसा नहीं करेंगे तो फर्जी किसान के घर के सामने किसान धरना देंगे।

झूठी वाहवाही लूटने के लिए जनता के पैसों का दुरुपयोग

इस घटना के सामने आने के बाद कांग्रेस ने सरकार पर फर्जी कार्यक्रम कर झूठे दावे करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि ‘ सरकार ऐसे आयोजनों पर करोड़ों रुपया बरबाद करती है, किसान के खुलासे से यह बात सिद्ध हो गई है। वहीं प्रशासनिक अधिकारी मुख्यमंत्री की झूठी वाहवाही करने के लिए झूठे आयोजन कर प्रदेश को करोड़ों रुपए का चूना लगा रहे हैं।  

कांग्रेस ने कहा, किसानों से माफी मांगें मुख्यमंत्री

मंदसौर के जागरुक किसान बद्रीलाल धाकड़ के वीडियो और ऑडियो के माध्यम से इस साजिश को बेनकाब करते हुए कुणाल चौधरी ने तत्काल ऐसे अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग की। कांग्रेस की मांग है कि ऐसे झूठे आयोजनों के माध्यम से किसानों को गुमराह करने की कोशिश करने वाले मुख्यमंत्री प्रदेश के किसानों से माफी मांगें।