ग्वालियर में कांग्रेस का संविधान सत्याग्रह, दिग्विजय सिंह ने BJP को बताया आंबेडकर विरोधी

ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में बाबा साहब आंबेडकर की प्रतिमा लगाने की मांग, कांग्रेस कर रही संविधान सत्याग्रह एवं उपवास, दिग्विजय सिंह समेत तमाम दिग्गज हुए शामिल

Updated: Jun 25, 2025, 03:05 PM IST

ग्वालियर। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच परिसर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापना का विवाद गहराता जा रहा है। वकीलों के एक गुट ने हाल में पर्चे बांटे हैं जिसमें संविधान निर्माता बीएन राव को बताया गया है। इस मामले में कांग्रेस भी प्रदेशभर में सक्रिय है और जगह-जगह संविधान सत्याग्रह कर रही है। बुधवार को कांग्रेस नेताओं द्वारा ग्वालियर में संविधान सत्याग्रह और उपवास का आयोजन किया गया।

कांग्रेस के इस संविधान सत्याग्रह उपवास में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह, राज्यसभा सांसद अशोक सिंह, कांग्रेस उपाध्यक्ष जयवर्धन सिंह समेत पार्टी के तमाम नेता व बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस दौरान पार्टी नेता व कार्यकर्ता "रघुपति रावत राजाराम, पतित पावन सीताराम" भजन गाते नजर आए।

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पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा, 'प्रश्न ये है कि बाबा साहब आंबेडकर की प्रतिमा ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में लगना चाहिए या नहीं? हम कहते हैं लगना चाहिए और ग्वालियर के कुछ वकील कहते हैं नहीं लगना चाहिए। उन्होंने एक पैंफलेट निकाली है जिसमें बाबा साहब की बजाए बीएन राव नाम के किसी व्यक्ति को संविधान निर्माता बताया गया है। सिंह ने पूछा कि ये कौन हैं बीएन राव? उन्होंने कहा कि वे तो संविधान समिति के सदस्य तक नहीं थे।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा सत्याग्रह इसलिए है कि हम भाजपा की डबल इंजन सरकार को चेतावनी देते हैं कि यदि बाबा साहब आंबेडकर की प्रतिमा ग्वालिया उच्च न्यायालय में नहीं लगाई गई तो ये माना जाएगा कि आप आंबेडकर के विरोधी हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इतिहास गवाह है कि RSS ने भारतीय संविधान को जलाया था और उसका विरोध किया था। सिंह ने कब की हम संविधान को बचाने के लिए संविधान सत्याग्रह दिवस मना रहे और वे संविधान हत्या दिवस मना रहे हैं। यही कांग्रेस और भाजपा में फर्क है।