बिहार विधानसभा चुनाव से पहले RJD को बड़ा झटका, 2 विधायकों ने छोड़ा लालू का साथ
नवादा की राजद विधायक विभा देवी और रजौली के विधायक प्रकाशवीर ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। दोनों जल्द ही जदयू का दामन थाम सकते हैं।

नवादा। बिहार की सियासत में शनिवार को बड़ा सियासी घटनाक्रम देखने को मिला। नवादा की राजद विधायक विभा देवी और रजौली के विधायक प्रकाशवीर ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। दोनों विधायकों ने अपना त्यागपत्र विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव को सौंपा। विभा देवी ने अपने पत्र में लिखा कि वह स्वेच्छा से विधानसभा की सदस्यता छोड़ रही हैं, इसलिए उनका इस्तीफा स्वीकार किया जाए। वहीं, प्रकाशवीर ने अपने पत्र में कहा कि वह 11 अक्टूबर 2025 से सदन की सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।
विभा देवी, बिहार के पूर्व मंत्री और नवादा के दिग्गज नेता राजबल्लभ यादव की पत्नी हैं। साल 2015 में राजबल्लभ यादव राजद से विधायक चुने गए थे, लेकिन पोक्सो मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद उनकी सदस्यता समाप्त हो गई थी। इसके बाद 2020 के चुनाव में विभा देवी को राजद ने टिकट दिया और उन्होंने 26 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी।
वहीं, प्रकाशवीर दो बार राजद से रजौली के विधायक रहे हैं। उन्होंने 2015 और 2020 दोनों चुनावों में पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की थी। प्रकाशवीर लंबे समय से राजबल्लभ यादव के करीबी सहयोगी रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों विधायक लोकसभा चुनाव 2024 के समय से ही राजद से नाराज चल रहे थे। उस दौरान दोनों ने खुलकर राजद के बागी उम्मीदवार विनोद यादव (जो विभा देवी के देवर हैं) का समर्थन किया था। यही नहीं, गया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में भी विभा देवी और प्रकाशवीर की मौजूदगी ने सियासी हलचल तेज कर दी थी।
माना जा रहा है कि विभा देवी और प्रकाशवीर जल्द ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जदयू में शामिल हो सकते हैं। इससे पहले, राजबल्लभ यादव के भतीजे अशोक यादव भी जदयू का दामन थाम चुके हैं। करीब तीन दशक से राजबल्लभ यादव परिवार का लालू प्रसाद यादव से गहरा राजनीतिक रिश्ता रहा है, लेकिन अब यह नाता टूट गया है। इस त्यागपत्र के साथ राजद को एक और बड़ा झटका लगा है।