जिसने गरीबों को सहारा दिया शिवराज उसे भी निगल गए, मनरेगा का बजट घटाने पर कांग्रेस का सीएम पर वार
पिछले तीन वर्षों में चार हज़ार करोड़ तक घटा मनरेगा का बजट, मजदूरों को तीन चार महीने की देरी से मिल रहा मेहनताना

भोपाल। मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार लगातार मनरेगा का बजट घटा रही है। पिछले तीन वर्षों में शिवराज सरकार ने चार हजार करोड़ तक मनरेगा का बजट घटा दिया है। वहीं मजदूरों को मेहनताना भी तीन चार महीने की देरी से अदा किया जा रहा है।
ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने शिवराज सरकार पर बड़ा हमला बोला है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा है कि जो मनरेगा योजना कोरोना काल में गरीबों का सहारा बनी थी शिवराज उसे भी निगल गए।
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर सीएम पर वार करते हुए कहा, शिवराज का ग़रीबों पर वार। मध्यप्रदेश का मनरेगा बजट 4000 करोड़ रूपये कम हुआ, मज़दूरी के लिये महीनों भटक रहे गरीब।शिवराज जी,जिस मनरेगा ने कोरोनाकाल में गरीबों को सहारा दिया, आप उस मनरेगा को भी निगल गये?“ग़रीबों पर वार, बीजेपी सरकार।”
शिवराज का ग़रीबों पर वार,
— MP Congress (@INCMP) February 26, 2023
— मध्यप्रदेश का मनरेगा बजट 4000 करोड़ रूपये कम हुआ, मज़दूरी के लिये महीनों भटक रहे गरीब।
शिवराज जी,
जिस मनरेगा ने कोरोनाकाल में गरीबों को सहारा दिया, आप उस मनरेगा को भी निगल गये
“ग़रीबों पर वार, बीजेपी सरकार” pic.twitter.com/xUvjSOpJ45
दरअसल हिंदी के एक प्रमुख अखबार की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले तीन वर्षों में राज्य में मनरेगा का बजट नौ हजार करोड़ से घटकर महज़ पांच हजार करोड़ रह गया है। प्रदेश के मजदूरों को मेहनताना भी तीन चार माह की देरी से मिल रहा है। जोकि उनके जीवन यापन पर बुरा असर डाल रहा है।
वहीं राष्ट्रीय सरपंच संघ के प्रदेश अध्यक्ष निर्भय सिंह यादव के मुताबिक डंपर, निर्माण से संबंधित सामग्री तथा वाहनों के बिल का भी भुगतान समय पर नहीं किया जा रहा है। निर्भय सिंह के मुताबिक लगातार शिकायत करने पर भी शिवराज सरकार कोई सुध नहीं ले रही है। इसलिए सरपंच संघ जल्द ही प्रदेश स्तर पर बड़े आंदोलन की तैयारी भी कर रहा है।