हमीदिया अस्पताल में दलालों का नेटवर्क बेनकाब, निजी अस्पतालों में मरीजों को किया जाता था शिफ्ट

हमीदिया अस्पताल प्रबंधन ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए निजी अस्पतालों के तीन दलालों और 108 एम्बुलेंस के स्टाफ को रंगे हाथों पकड़ा।

Updated: Nov 27, 2024, 06:28 PM IST

भोपाल| मंगलवार शाम हमीदिया अस्पताल प्रबंधन ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए निजी अस्पतालों के तीन दलालों और 108 एम्बुलेंस के स्टाफ को रंगे हाथों पकड़ा। इन लोगों पर आरोप है कि वे सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों को बहला-फुसलाकर निजी अस्पतालों में शिफ्ट करने की कोशिश कर रहे थे। इस मामले में हमीदिया अस्पताल के कुछ वार्ड बॉय भी शामिल पाए गए, जिनके खिलाफ सख्त कदम उठाने का फैसला लिया गया है।

घटना उस समय सामने आई जब 108 एम्बुलेंस से एक मरीज को हमीदिया अस्पताल लाया गया। एम्बुलेंस स्टाफ ने मरीज का रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती करने की बजाय पास ही खड़ी निजी अस्पताल की एम्बुलेंस में शिफ्ट करने की कोशिश की। इस दौरान हमीदिया अस्पताल की अधीक्षक डॉ. सुनीता टंडन ने अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ लिया। जांच में पता चला कि यह साजिश लंबे समय से चल रही थी, जिसमें सरकारी अस्पताल के कुछ कर्मचारियों की भी मिलीभगत थी।

हमीदिया प्रबंधन ने कोहेफिजा पुलिस को इस मामले की सूचना दी और सभी आरोपियों को पुलिस के हवाले कर दिया गया। जांच में पता चला कि 108 एम्बुलेंस स्टाफ और निजी अस्पताल के दलाल मिलकर मरीजों को शिफ्ट करने का खेल कर रहे थे। 108 एम्बुलेंस का काम सरकारी अस्पताल तक मरीज पहुंचाना है, लेकिन यह लोग नियमों को ताक पर रखकर मरीजों को निजी अस्पताल ले जा रहे थे।

इससे पहले भी मंगलवार सुबह अस्पताल के गार्डों ने इमरजेंसी वार्ड में एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा था। पूछताछ में पता चला कि वह एक निजी अस्पताल का कर्मचारी है और यहां मरीजों को फुसलाने के लिए घूम रहा था। हालांकि, पूछताछ के दौरान वह अपनी गाड़ी छोड़कर मौके से फरार हो गया।

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अस्पताल अधीक्षक डॉ. सुनीता टंडन ने बताया कि यह पूरा गिरोह हमीदिया अस्पताल में भर्ती होने आने वाले मरीजों को निजी अस्पताल ले जाने की कोशिश कर रहा था। इसमें 108 एम्बुलेंस स्टाफ, निजी अस्पताल के दलाल और कुछ अस्पताल कर्मी शामिल थे। सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

108 एम्बुलेंस प्रबंधन के सीनियर मैनेजर तरुण सिंह परिहार ने कहा कि हमारा कोई कर्मचारी इसमें शामिल नहीं है। हालांकि, प्रबंधन ने यह निर्णय लिया है कि अब ओपीडी एडमिशन के दस्तावेजों का पूरी तरह से सत्यापन किया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो।

हमीदिया अस्पताल प्रबंधन ने गार्डों को सख्त निर्देश दिए हैं कि इमरजेंसी वार्ड और अन्य क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखें। इस कार्रवाई के बाद से अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था और सतर्कता बढ़ा दी गई है।