धैर्य की विजय: अंतरिक्ष से 9 महीने बाद सकुशल लौटी भारत की बेटी, NASA ने दिया हेल्थ अपडेट

सुनीता विलियम्स की सफल वापसी को लेकर भारत समेत पूरी दुनिया में जश्न का माहौल है। प्रयागराज में उनके स्वास्थ्य के लिए विशेष आरती की गई।

Updated: Mar 19, 2025, 01:35 PM IST

फ्लोरिडा। भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 9 महीने बाद अंतरिक्ष से लौट आईं। उनके साथ बुच विल्मोर और 2 अन्य साथी भी आ गए हैं। एलन मस्क की कंपनी SpaceX के ड्रैगन कैप्सूल में ही ये चार अंतरिक्ष यात्री बैठकर आए हैं। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से उड़ान भरने के 17 घंटे के बाद ड्रैगन कैप्सूल भारतीय समयानुसार तड़के सुबह 3.27 बजे अमेरिका के फ्लोरिडा तट के पास समंदर में पैराशूट की मदद से स्पैलश डाउन किया। सुनीता की मां ने एक मीडिया इंटरव्यू में कहा कि मुझे बेटी पर गर्व है।

स्पेसक्राफ्ट से निकलने के बाद दोनों एस्ट्रोनॉट्स को स्वास्थ्य जांच के लिए ले जाया गया। नासा ने बताया कि सुनीता विलियम्स समेत सभी अंतरिक्ष यात्री पूरी तरह से सुरक्षित हैं। सुनीता लंबे समय तक स्पेस के गुरुत्वाकर्षण में रहीं। इससे उनके शरीर की मांसपेशियां और हड्डियां कमजोर हो गई होंगी। इसलिए उनके शरीर को धरती के गुरुत्वाकर्षण के अनुसार ढलने में थोड़ा वक्त लगेगा। डॉक्टरों की टीम एस्ट्रोनॉट्स के ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट, आंखों की रौशनी समेत संपूर्ण स्वास्थ्य जांच करेगी। इसके अलावा उनका मेंटर हेल्थ भी चेक किया जाएगा और तब तक उन्हें किसी से भी मिलने की अनुमति नहीं होगी।

इससे पूर्व सुनीता विलियम्स की पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी और उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए संगम नगरी प्रयागराज में गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती की विशेष आरती की गई। विशेष आरती के दौरान आरती में शमिल लोगों ने सुनीता विलियम्स के फोटो ले रखे थे. इस दौरान मां त्रिवेणी से कामना की गई कि सुनीता विलियम्स को पृथ्वी पर कोई स्वास्थ्य समस्या न हो। तीर्थ पुरोहित प्रदीप पांडे ने बताया कि महाआरती अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की कुशलता के लिए की गई। देश के करोड़ों देशवासियों का प्यार और आशीर्वाद सुनीत विलियम्स के साथ है।

सुनीता विलियम्स की सफल वापसी को लेकर भारत समेत पूरी दुनिया में जश्न का माहौल है। पीएम मोदी ने सुनीता विलियम्स से मुलाकात की एक पुरानी फोटो शेयर कर लिखा कि आपका स्वागत है, Crew9। धरती ने आपको बहुत मिस किया। पीएम मोदी ने आगे लिखा कि यह उनके धैर्य, साहस और असीम मानवीय भावना की परीक्षा रही है। सुनीता विलियम्स और #Crew9 अंतरिक्ष यात्रियों ने एक बार फिर हमें दिखाया है कि दृढ़ता का वास्तव में क्या मतलब है।

बता दें कि सुनीता विलियम्स की वापसी इतना आसान नहीं था। वह महज दस दिनों के रिसर्च के लिए ISS गईं थीं। लेकिन स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी खराबी आने की वजह से धरती पर वापस नहीं आ सकीं। कोशिशें कई बार हुईं। आखिरकार वह स्पेस स्टेशन पर ही काम पर लग गईं। उन्होंने हिम्मत नहीं हारा। उन्हें आख़िरकार एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का ड्रैगन कैप्सूल फ्लोरिडा के तट पर सुरक्षित रूप से उतारा।

धरती पर लैंड करने से पहले के 46 मिनट जितने रोचक थे, उतना ही दिल की धड़कन को बढ़ाने वाले भी। पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते समय ड्रैगन कैप्सूल की रफ़्तार 17000 मील प्रति घंटा थी जिसे कुछ मिनटों के अंतराल में तेज़ी से धीमा किया गया। जब कैप्सूल धरती के वायुमंडल में प्रवेश किया तो कम्युनिकेशन ब्लैकआउट हो गया था जोकि क़रीब तीन बजकर 20 मिनट पर फिर से बहाल हुआ। वायुमंडल में प्रवेश के बाद अंतरिक्ष यान के प्लाज़्मा शील्ड का तापमान 1927 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था लेकिन हीट शील्ड सवार अंतरिक्ष यात्रियों को इतनी तेज़ गर्मी से बचाने में मददगार साबित हुई।

क़रीब 3 बजकर 21 मिनट पर अंतरिक्षयान ऑटोनोमस यानी स्वचालित हो गया था, यानी अंतरिक्ष यात्री इसे नियंत्रित नहीं कर रहे थे। इस दौरान उनके सामने लगे टच स्क्रीन पर वे सारी गतिविधियों को देख पा रहे थे। क़रीब तीन बजकर 24 मिनट पर पहले ड्रैगन कैप्सूल के दो पैराशूट खुले जिससे इसकी रफ़्तार और धीमी हो गई। इस दौरान एक ज़ोर का झटका लगा और कैप्सूल की रफ़्तार और धीमी हो गई। इसके बाद दो और पैराशूट खुले। जिस समय कैप्सूल समंदर में उतरा, उसके ठीक बाद ही पानी में कैप्सूल के चारों ओर डॉल्फ़िन चक्कर लगाती हुई तैरती दिखीं। 

मौके पर मौजूद रिकवरी टीम फास्ट बोट्स से कैप्सूल तक पहुंची और पहले सुरक्षा का जायजा लिया और पैराशूट हटाया। इसके बाद रस्सियों के सहारे कैप्सूल को सुरक्षा नाव में लाया गया। इसके बाद ड्रैगन का साइड हैच खुला और सारी दुनिया अंतरिक्ष यात्रियों की झलक पाने का इंतज़ार करने लगी। अरसे बाद ये लोग पृथ्वी पर ताज़ा हवा में सांस लेने वाले थे। इसके बाद नासा की लाइव तस्वीरों के ज़रिए दुनिया भर में लोगों ने सुनीता विलियम्स और उनके साथियों को बाहर निकलते देखा। क्रू के कैप्सूल से निकलने से पहले एक कैमरे ने अंदर की तस्वीरें खींची। इन तस्वीरों में सभी यात्री हाथ हिला कर अभिवादन करते दिखे।