एम्बुलेंस पर एक साथ आठ शव रखकर लाया जा रहा श्मशान घाट, परिजनों ने जताई नाराजगी

सोमवार को भदभदा श्मशान घाट पर कोरोना से मरने वालों के शव के साथ अमानवीय व्यवहार देखा गया, साथ ही कर्मचारियों ने पीपीई किट यहां वहां फेंक दिया

Updated: Apr 06, 2021, 07:12 AM IST

Photo Courtesy: Bhaskar
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भोपाल। राजधानी भोपाल में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार तेज़ी से बढ़ रहे हैं। सोमवार को भोपाल में बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहाँ 14 कोरोना पॉजिटिव मरीजों के शव को एक ही प्लास्टिक के थैले में भरकर भदभदा शमशान घाट लाया गया। बताया जा रहा है इसमें से 9 शव भोपाल के थे। जिनकी मौत कोरोना की वज़ह से हुई है। 

एक ही एम्बुलेंस में आठ से दस शव को रखा देख परिजनों का दिल दहल गया। परिजनों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि क्या कोरोना से मौत होना पाप है जो शव के अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। हैरत की बात यह है कि पीपीईकिट पहने कर्मचारियों ने शव जलाने के बाद पीपीईकिट कचरे के डिब्बे में डालने की वजाय खुले में फेंक दिया, लोगों की शिकायत के बाद देर शाम सारा पीपीई किट वहां से हटाया गया।

भदभदा कब्रिस्थान के अध्यक्ष रहमान अहमद गोल्डेन बताते हैं कि बीते हफ्फेभर से कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़ गई है। हफ्तेभर से प्रतिदिन 3 लाशें कोरोना संक्रमण से मरने वालों की होती हैं, उन्हें बंद पॉलीथिन में ही दफ़नाया जा रहा है। उन्होंने बताया की हफ़्ते भर में कोरोना संक्रमण से मरने वाले 15 मरीजों को दफनाया जा चुका है।

रहमान अहमद बताते हैं कि लगातार कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़ रही है, लोगों को दफनाने के लिए मिट्टी कम पड़ रही है।जिसकी जानकारी प्रशासन को दी गई है लेक़िन प्रशासन की ओर से अभी तक किसी भी प्रकार की मदद नही दी गई है। कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों के शव बढ़ने के चलते 8 से 10 गड्ढे अतिरिक्त खोदकर रखे जा रहे हैं।

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में सोमवार को 3722 नए मामले सामने आये हैं। जिसमे से 18 मरीज़ों की मौत हो गई। 33493 मरीजों के सैंपल लिए गए हैं। प्रदेश में तेज़ी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। रविवार को पूरी तरह लॉकडाउन के अलावा अनेक राज्यों से आवाजाही पर पाबंदियां भी लगायी गई हैं। इसके बावजूद हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। इंदौर और भोपाल में कोरोना के आंकड़े तेज़ी से बढ़ रहे हैं।