दलदल में हुआ शहीद कर्णवीर सिंह का अंतिम संस्कार, सीएम शिवराज हुए शामिल
कर्णवीर सिंह बुधवार तड़के कश्मीर के शोपियां में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हो गए थे, बुधवार को ही तिथि के अनुसार उनका जन्मदिन भी था

सतना। कश्मीर में आतंकियों से जूझते हुए देश के लिए शहीद होने जांबाज़ जवान कर्णवीर सिंह का आज अंतिम संस्कार दिया गया। सतना ज़िले में स्थित उनके पैतृक गांव दलदल में उनकी अंत्येष्टी की गई। खुद प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान शहीद कर्णवीर सिंह को अंतिम विदाई देने पहुँचे। इस दौरान सीएम भावुक नज़र आए।
कर्णवीर सिंह को अंतिम विदाई देने पहुँचे सीएम शिवराज ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शहीद कर्णवीर सिंह ने अपने प्राण भारत माता की सेवा में समर्पित कर दिए। मध्य प्रदेश की माटी के लाल कर्णवीर सिंह और उनका बलिदान अमर हो गया है। सीएम ने बताया कि कर्णवीर सिंह का जिस दिन जन्म हुआ उसी दिन वे आतंकवादियों को ढ़ेर करते हुए शहीद हो गए। सीएम ने कहा कि मैं मध्य प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
सीएम ने कहा कि उनके पिता भी सेना में थे। वे रिटायर्ड हो चुके हैं। उन्हें अपने बेटे की कुर्बानी पर गर्व है। सीएम ने कहा कि शहीद कर्णवीर सिंह के पिता उन्हें यही कह रहे थे कि अगर मेरे दस बेटे और होते तो उन्हें भी भारत माता की रक्षा के लिए वार देता। सीएम ने कहा कि ऐसे माता पिता को मैं प्रणाम करता हूं।
मध्यप्रदेश के सपूत अमर शहीद श्री कर्णवीर सिंह राजपूत जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। उनके परिजनों को सम्मान निधि ₹1 करोड़ प्रदान की जाएगी, भाई को शासकीय सेवा में लेंगे। परिवारजनों से चर्चा कर गांव में अमर शहीद की प्रतिमा स्थापित करेंगे। शासकीय संस्थाएं भी उनके नाम पर होंगी। pic.twitter.com/pev1KyNBxd
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 22, 2021
इसके साथ ही सीएम शिवराज ने शहीद के परिवार के लिए कुछ एलान भी किए। सीएम ने कहा कि शहीद कर्णवीर सिंह का परिवार अब संपूर्ण मध्य प्रदेश का परिवार है। इसलिए सम्मान निधि के तौर पर उनके परिवार को एक करोड़ रुपए की राशि मुहैया कराई जाएगी। इसके अलावा सीएम ने कहा कि शहीद के बड़े भाई को शासकीय नौकरी भी दी जाएगी। ताकि शहीद के परिवार के गुज़र बसर में कोई परेशानी नहीं आए। वहीं गांव में शहीद कर्णवीर सिंह की प्रतिमा लगाए जाने का एलान भी सीएम ने किया। इसके बाद सीएम पृथ्वीपुर सीट पर चुनाव प्रचार करने के लिए कूच कर गए।
कर्णवीर सिंह बुधवार सुबह कश्मीर के शोपियां में आतंकियों से लड़ते-लड़ते शहीद हो गए थे। शहीद होने से पहले कर्णवीर सिंह ने दो आतंकियों को ढ़ेर कर दिया था। कर्णवीर सिंह के पिता रवि कुमार सिंह भी सेना में रह चुके हैं। कर्णवीर सिंह 2017 में सूबेदार के पद पर सेना में भर्ती हुए थे।