भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रही है साइबर पुलिस, फर्जी इस्तीफा पत्र मामले में बोले दिग्विजय सिंह

दिग्विजय सिंह का फर्जी इस्तीफा सोशल मीडिया पर वायरल करने के मामले में सोमबार को क्राइम ब्रांच ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ FIR दर्ज की है जबकि यह पत्र भाजपा प्रवक्ता हितेश वाजपेई ने वायरल किया था।

Updated: Oct 16, 2023, 01:54 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के चुनावी संग्राम में कांग्रेस पार्टी और बीजेपी के बीच घमासान बढ़ गया है। भाजपा नेताओं द्वारा दिग्विजय सिंह का फर्जी इस्तीफा पत्र वायरल करने का मामला भी तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस नेताओं के शिकायत पर साइबर क्राइम ब्रांच ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। वहीं पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने पुलिस पर भाजपा के एजेंट की तरह काम करने के आरोप लगाए हैं।

राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, 'मैं भाजपा और आरएसएस का बड़ा प्रिय व्यक्ति हूं। मेरे खिलाफ झूठे बयान, मेरे नाम से झूठे पत्र, मेरे बयान को एडिट कर मुझे बदनाम करना ये उनकी शौक है। मैं कई बार मध्य प्रदेश के साइबर पुलिस को शिकायत भी कर चुका हुं, लेकिन साइबर पुलिस भी भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रही है। हमें कोई चिंता नहीं है। लड़ेंगे और जीतेंगे।'

दरअसल, कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के डीजीपी से बीजेपी प्रवक्ता डॉ. हितेश बाजपेई के खिलाफ सूचना और प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 के तहत प्रकरण दर्ज करने की अपील की थी। कांग्रेस पार्टी की तरफ से रविवार को मीडिया अध्यक्ष केके मिश्रा के नेतृत्व में सायबर सेल में इसकी लिखित शिकायत की गई। इसमें दिग्विजय सिंह के नाम पर फर्जी लेटर हेड बनाकर उनके बारे में झूठी सूचना शेयर की गई। उनकी प्रतिष्ठा का हनन किया गया। फर्जी लेटर स्वयं भाजपा प्रवक्ता हितेश वाजपेई ने शेयर किया। बावजूद वाजपेई को नामजद अपराधी बनाने के पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर रविवार को कांग्रेस ने 144 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। सूची जारी होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता जहां उत्साह से लबरेज दिखे वहीं भाजपा में इस्तीफे का दौर जारी था। इसी बीच मुद्दों को भटकाने के लिए भाजपा द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह का एक लेटर वायरल किया गया। कांग्रेस अध्यक्ष को स्लबोधित इस फर्जी लेटर में लिखा गया था कि मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर मेरे लिस्ट के पर विचार नहीं किया गया, इस कारण भारी मन से मैं पार्टी से खुद को अलग करने की घोषणा करता हूं। पत्र वायरल होने के तत्काल बाद कांग्रेस द्वारा साइबर सेल में शिकायत की गई और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई।