सिंगरौली में जनसुनवाई के लिए पहुँची दलित महिला से दुर्व्यवहार, पुलिस ने घसीटकर कलेक्ट्रेट से बाहर किया

पीड़िता का कहना है कि पड़ोसी और कुछ रिश्तेदार उस पर टोना-टोटका करने का आरोप लगाकर लगातार मारपीट कर रहे हैं। इस मामले में कई बार शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

Updated: Jan 29, 2025, 11:28 AM IST

सिंगरौली। मध्य प्रदेश में दलितों के साथ अत्याचार और बदसलूकी की घटनाएं नहीं थम रही हैं। सिंगरौली कलेक्ट्रेट में मंगलवार को जनसुनवाई के लिए पहुंची एक दलित महिला के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। यहां न्याय की मांग लेकर पहुंची महिला को पुलिस ने घसीटकर कलेक्ट्रेट से बाहर फेंक दिया।

बताया जा रहा है कि कचनी क्षेत्र की रहने वाली किस्मतिया साकेत दोपहर तकरीबन 1 बजे जनसुनवाई में पहुंची थी। वह उत्पीड़न की शिकायत पहले भी कर चुकी थी। कोई कार्रवाई न होने के कारण मंगलवार को अफसरों पर उसका गुस्सा फूट पड़ा।

स्थानीय भाषा में महिला ने अधिकारियों से कहा कि पड़ोसी भोला साहू, रामू और कुछ रिश्तेदार उस पर टोना-टोटका करने का आरोप लगाकर लगातार मारपीट कर रहे हैं। इस मामले में कई बार शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

मौके पर पहुंची महिला पुलिस ने पीड़िता को किसी तरह से शांत कराने की कोशिश की और मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया। पीड़िता जब चुप नहीं हुई तो अफसरों के निर्देशानुसार महिला पुलिसकर्मी उसे घसीटते हुए कलेक्ट्रेट से बाहर ले गए। इसका वीडियो भी सामने आया है। कांग्रेस नेता आनंद राय ने सिंगरौली कलेक्टर के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग की है।

मामला तूल पकड़ने के बाद एएसपी शिव कुमार वर्मा ने सफाई देते हुए कहा कि महिला की शिकायतों पर पहले भी कई बार कार्रवाई की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि किस्मतिया आदतन एसपी कार्यालय और कलेक्ट्रेट में आकर इसी तरह का हंगामा करती रहती है।