दमोह उपचुनाव: राहुल लोधी के खिलाफ चप्पल लेकर मैदान में उतरे उनके चचेरे भाई

वैभव सिंह ने दमोह सीट से अपना पर्चा भरा है, चुनाव आयोग से उन्होंने जूता या चप्पल का चुनाव चिन्ह देने की मांग की थी, चुनाव चिन्ह मिलने के बाद वैभव सिंह लोधी ने कहा है कि लोकतंत्र की हत्या करने वाले नेताओं को चप्पल पड़नी चाहिए

Updated: Apr 05, 2021, 04:30 AM IST

दमोह/भोपाल। दमोह उपचुनाव में बीजेपी नेता राहुल लोधी के खिलाफ पर्चा भर कर उनके चचेरे भाई वैभव सिंह ने चुनाव को और दिलचस्प बना दिया है। लेकिन चुनाव जितना ही दिलचस्प उनका चुनाव चिन्ह चप्पल है। वैभव सिंह लोधी उपचुनावों में अपने चचेरे भाई राहुल लोधी के खिलाफ चप्पल लेकर मैदान में उतरे हैं। वैभव सिंह का कहना है कि लोकतंत्र की हत्या करने वालों को चप्पल तो पड़नी ही चाहिए। 

वैभव सिंह ने एक डिजिटल प्लेटफॉर्म से बातचीत करते हुए कहा कि जब भी कोई हमें धोखा देता था तो हमारे मन में सबसे पहला खयाल उस जूते और चप्पलों से मारने का ही आता है। हमें मन करता है कि हम धोखा देने वाले को जूते और चप्पलों से मारें। इसलिए मैंने चुनाव में इस चुनाव चिन्ह के साथ उतरने का मन बनाया था। 

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हालांकि वैभव सिंह ने कहा कि उन्होंने सबसे पहले जूता का चुनाव चिन्ह देने की मांग की थी। लेकिन उन्हें चप्पल मिला। वैभव सिंह ने कहा है कि लोकतंत्र की हत्या करने वालों को जनता माफ नहीं करेगी। वैभव सिंह ने कहा कि भाजपा दलितों और अल्पसंख्यकों को कभी आगे बढ़ने नहीं देती, इसका खामियाजा बीजेपी को दमोह में भुगतना पड़ेगा। वैभव सिंह के नामांकन का पर्चा भरने के बाद उनके ऊपर अपना नाम वापस लेने के लिए काफी दबाव बनाया जा रहा था। लेकिन वैभव ताल ठोककर राहुल लोधी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतर गए हैं।

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दमोह सीट पर 17 अप्रैल को चुनाव होने हैं। इस सीट पर बीजेपी के राहुल लोधी के अलावा कांग्रेस के अजय टंडन भी मैदान में हैं। दमोह विधानसभा सीट में 38 हज़ार के करीब लोधी वोटर हैं। ऐसे में वैभव सिंह के चुनावी मैदान में उतरने से राहुल लोधी के लिए परेशानी खड़ी होने की संभावना है।