भोपाल: 6 दिनों में 102 कोरोना शवों का हुआ अंतिम संस्कार, लेकिन सरकारी आंकड़े के मुताबिक भोपाल में हुई सिर्फ 6 मौतें

अकेले भदभदा विश्राम घाट पर जलाए गए कोरोना के 84 शव, जिसमें 41 शव भोपाल के ही थे

Publish: Apr 05, 2021, 02:20 AM IST

Photo Courtesy: Dainik Bhaskar
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भोपाल। शिवराज सरकार पर कोरोना से मौत के आंकड़े छिपाने का बड़ा इल्ज़ाम लग रहा है। इस इल्ज़ाम की एक मिसाल खुद राजधानी में पिछले दिनों हुईं अंत्येष्टि से समझा जा सकता है। 6 दिनों में भोपाल के श्मशान और कब्रिस्तान में कुल 102 कोरोना के शवों का अंतिम संस्कार किया गया। लेकिन सरकारी रिकॉर्ड में केवल 6 मारीजों की कोरोना के कारण हुई मौत दर्ज है।

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27 मार्च से 1 अप्रैल के बीच अकेले भदभदा विश्राम घाट में कोरोना के 84 शवों की अंत्येष्टि की गई है। हालांकि इन शवों में कुछ भोपाल के आसपास के ज़िलों के भी थे। लेकिन भोपाल के बाहरी शवों को हटाकर अकेले भदभदा में 41 ऐसे शवों का अंतिम संस्कार किया गया है जो कि भोपाल के ही थे। शहर के दूसरे विश्राम घाट सुभाष नगर विश्राम घाट में कोरोना के 9 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। सभी भोपाल के ही थे। 

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कुछ ऐसी ही स्थिति राजधानी के झदा कब्रिस्तान की भी है। झदा कब्रिस्तान में कोरोना के 9 शवों को दफनाया गया, इसमें 5 शव कोरोना के थे। ज़ाहिर है जब इन 6 दिनों के अंतराल में जब राजधानी में कोरोना से केवल 6 मौतें ही हुई, तब ऐसी स्थिति में 100 से भी अधिक कोरोना के शवों की अंत्येष्टि कैसे हो गई। 

हिंदी के अख़बार की एक रिपोर्ट के मुताबिक हालात और भी खराब हैं। कोरोना से मौत होने की संख्या इतनी ज़्यादा है कि एक ही एम्बुलेंस कोरोना के 5-6 शवों को लादकर लाया जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक भदभदा विश्राम घाट में तो रोज़ाना 14-15 की संख्या में कोरोना के शवों को अंत्येष्टि के लिए लाया जा रहा है।