सिंहस्थ को आवासीय क्षेत्र में तब्दील करने के लिए भूमाफिया को समर्थन दे रहे हैं शिवराज के मंत्री, दिग्विजय सिंह ने लिखा पत्र

दिग्विजय सिंह ने कहा है कि सिंहस्थ ना सिर्फ़ उज्जैन बल्कि संपूर्ण सनातन समाज के लिए पवित्र स्थल है, लेकिन मंत्री मोहन यादव सिंहस्थ भूमि को भूमाफियाओं को दिलाने पर उतारू हैं.. पत्रकारों को भी झूठे मुकदमे दर्ज कर डराया जा रहा है

Updated: Jun 04, 2021, 03:45 PM IST

Photo Courtesy: Freepress journal
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उज्जैन। सिंहस्थ मेले के लिए आरक्षित क्षेत्र को नष्ट करने के प्रयासों का राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कड़ा विरोध किया है। इन प्रयासों को रोकने के लिए कांग्रेस नेता ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर अपील की है। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि इस समय सिंहस्थ मेले के लिए आरक्षित क्षेत्र को नए मास्टर प्लान के तहत आवासीय क्षेत्र में तब्दील करने का प्रयास किया जा रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि इस प्रकरण में खुद शिवराज सरकार में मंत्री मोहन यादव शामिल हैं, और वे भूमाफियाओं को संरक्षण दे रहे हैं। 

दिग्विजय सिंह ने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि मुझे यह कहते हुए खेद है कि आपकी सरकार द्वारा बिल्डरों, भूमाफियाओं और भाजपा के नेताओं के दबाव में उज्जैन में सिंहस्थ के लिए आरक्षित क्षेत्र को सीमित किया जा रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि सिंहस्थ के लिए आरक्षित जीवनखेडी और संवराखेडी की ज़मीन को आवासीय क्षेत्र में तब्दील करने में खुद शिवराज सरकार में मंत्री मोहन यादव भूमाफियाओं का समर्थन कर रहे हैं।

दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री से कहा है कि इसमें खुद आपके करीबी मंत्री मोहन यादव का निहित स्वार्थ है और वे अपने बिल्डर मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए कृषि भूमि को आवासीय भूमि में व्यपवर्तित करवा रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने सीएम से कहा है कि खुद उनकी पार्टी के नेता पूर्व मंत्री पारसचंद्र जैन और लोकसभा सांसद अनिल फिरोजिया इस प्रकरण का विरोध कर रहे हैं, जिसे शिवराज सरकार दरकिनार कर रही है।

इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने इस पूरे मामले को उठाने वाले पत्रकारों पर दर्ज हो रहे झूठे मुकदमों का भी विरोध किया है। कांग्रेस नेता ने अपने शिकायत पत्र में कहा है कि सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि उज्जैन में क्षिप्रा और सिंहस्थ को बचाने के लिए भूमाफियाओं के खिलाफ आवाज़ उठा रहे पत्रकारों पर हमले किए जा रहे हैं तथा उनके खिलाफ झूठी शिकायतों के आधार पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। हाल ही में उज्जैन के दो पत्रकारों जयकौशल और उमेश चौहान पर मुकदमे दर्ज किया जाना इसका ताजा उदाहरण है। राज्यसभा सांसद ने कहा है कि सिंहस्थ की ज़मीन को बचाने वाले हर व्यक्ति की आवाज़ को ऐसे ही दबाने का प्रयास किया जा रहा है।

दिग्विजय सिंह ने शिवराज से कहा है कि आपकी सरकार द्वारा भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा दीक्षा स्थली, भगवान महाकाल की नगरी और पवित्र सिंहस्थ भूमि को नष्ट करने का कुत्सित प्रयास है जो न सिर्फ उज्जैन के लोगों के लिए बल्कि सनातन धर्म के हर व्यक्ति के लिए ठोस पहुंचाने वाला है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि भाजपा ने पूर्व में भी महाकाल मंदिर के पास की भूमि भी संघ को आवंटित कर दी थी। यदि संघ और भाजपा सनातनी धर्म के हिमायती हैं तो फिर मंदिर, मठ व सिंहस्थ भूमि पर क्यों काबिज होना चाहती है? 

दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री से तत्काल प्रभाव से सिंहस्थ के क्षेत्र को सीमित करने के प्रयासों पर रोक लगाने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने इस प्रकरण के खिलाफ आवाज उठाने वाले पत्रकारों पर दर्ज हुए मुकदमे वापस लेने और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है।