भोपाल में डॉक्टर ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में पैसा डूबने को बतायी वजह

56 वर्षीय राकेश चौहान भोपाल के पुरान नारियलखेड़ा में रहते थे, शेयर मार्केट में उनके लाखों रुपए डूब गए थे, जिस वजह से वे अवसाद में चल रहे थे, इस बात का ज़िक्र मृतक ने खुद अपने सुसाइड नोट में किया है

Updated: Nov 03, 2021, 10:15 AM IST

भोपाल। राजधानी भोपाल में बीती रात एक डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली। शेयर मार्केट में लाखों रुपए डूब जाने के कारण डॉक्टर ने मौत को गले लगा लिया। पुलिस द्वारा मौके से बरामद किए गए सुसाइड नोट में मृतक ने आत्महत्या का कारण बताया है। 

यह घटना मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात करीब डेढ़ बजे की है। भोपाल के गौतम नगर थाना क्षेत्र स्थित पुराना नारियल खेड़ा में 56 वर्षीय राकेश कुमार का शव फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला। राकेश कुमार को फांसी के फंदे से झूलता देख परिजनों ने फौरन एम्बुलेंस को सूचना दी। लेकिन एम्बुलेंस के पहुँचने से पहले ही राकेश कुमार की मौत हो चुकी थी। 

एम्बुलेंस की टीम ने तत्काल ही पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुँच कर डॉक्टर का सुसाइड नोट बरामद किया। सुसाइड नोट में डॉक्टर ने खुदकुशी का कारण लिखा हुआ था। मृतक राकेश कुमार ने सुसाइड नोट में लिखा था कि उन्होंने अपने एक पड़ोसी के कहने पर शेयर मार्केट में निवेश करना शुरु किया था। लेकिन शेयर मार्केट में लगातार उनके पैसे डूबते रहे। 

शेयर मार्केट में डॉक्टर के लाखों रुपए डूब गए, जिस वजह से उनके ऊपर आर्थिक तंगहाली आ गई। आर्थिक तंगहाली के कारण डॉक्टर को जीवन यापन करने तक में कठिनाई आ गई थी। जिस वजह से मजबूरन उन्होंने यह कदम उठाया। मृतक राकेश चौहान ने सुसाइड नोट में यह भी लिखा कि इस आत्महत्या के लिए कोई भी दूसरा व्यक्ति ज़िम्मेदार नहीं है। राकेश चौहान इस समय संजीव क्लीनिक पर अपनी सेवा दे रहे थे। उनकी नियुक्ति संविदा पर हुई थी। 

यह भी पढ़ें ः आत्महत्या के मामले में तीसरे स्थान पर है MP, 2020 में 14 हजार से ज्यादा लोगों ने की खुदकुशी

भोपाल में आत्महत्या के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। हाल ही में एनसीआरबी की एक रिपोर्ट सामने आई थी जिसके मुताबिक 2020 में भोपाल में 416 लोगों ने खुदकुशी की थी। जोकि संख्या के लिहाज़ से 2019 के मुकाबले में 17 फीसदी अधिक थी। 2019 में भोपाल में 353 लोगों ने अलग-अलग कारणों की वजह से सुसाइड किया था। आत्महत्या के मामले में खुद मध्य प्रदेश देश भर में तीसरे स्थान पर है। मध्य प्रदेश में वर्ष 2020 में कुल 14 हज़ार 578 लोगों ने खुदकुशी की।