मध्य प्रदेश में ठंड का टूटा रिकॉर्ड, पंचमढ़ी में 0.2 और भोपाल में 3.6 डिग्री रहा तापमान
भोपाल में 10 साल बाद जनवरी की ठंड का टूटा रिकॉर्ड, मौसम विभाग ने की पूरे महीने कड़के ठंड की भविष्यवाणी
भोपाल| जनवरी में मध्य प्रदेश कड़ाके की ठंड के दूसरे दौर से कांप रहा है। इस साल जनवरी में संबे अरसे बाद इतनी ठंड पड़ रही है। प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी में तापमान 0.2 डिग्री पर पहुंच गया, जबकि भोपाल में 10 साल का रिकॉर्ड टूटा है। मंगलवार-बुधवार की रात भोपाल में पारा 3.6 डिग्री दर्ज किया गया। ठंड को देखते हुए प्रदेश के 9 जिलों में कोल्ड-डे का अलर्ट जारी किया गया है।
प्रदेश के 20 से ज्यादा जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है। बर्फीली हवाओं के चलते रात के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। पिछले दो दिनों से कई जिलों में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री से भी नीचे मापा गया है। बुधवार की रात पचमढ़ी में 0.2 डिग्री, राजगढ़ में 1.6 डिग्री, और सीहोर में 2.7 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर जैसे प्रमुख शहरों में भी न्यूनतम तापमान 7 डिग्री के आसपास रहा। दिन के समय रीवा सबसे ठंडा रहा, जहां तापमान 19.5 डिग्री दर्ज किया गया।
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मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख में बर्फ पिघलने से हवाओं की रफ्तार तेज हो गई है। बुधवार को जेट स्ट्रीम हवाएं यानी तेज़ सर्द हवाएं 268 किमी प्रतिघंटा की गति से चलीं, जिसकी वजह से ठंड का प्रकोप पूरे उत्तर भारत पर देखा जा रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि ऐसी ठंड पूरे महीने देखने को मिल सकती है। मध्य प्रदेश में लगभग 20-22 दिनों तक शीतलहर का कहर जारी रहने की संभावना है।
इस साल नवंबर और दिसंबर में भी ठंड के कई रिकॉर्ड टूटे हैं। भोपाल में 36 साल का रिकॉर्ड टूटा जबकि दिसंबर में ठंड ने पिछले 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। शीतलहर के चलते कई जिलों में स्कूलों की टाइमिंग बदली गई और वन्यजीवों को हीटर लगाकर ठंड से बचाया गया। भोपाल में अब तक का सबसे कम तापमान 18 जनवरी 1935 को 0.6 डिग्री दर्ज किया गया था। इस साल भी ठंड के ऐसे ही हालात बने हुए हैं।