चुनाव आयोग बताए कि EVM में कौन सा सॉफ्टवेयर डाला जाता है: दिग्विजय सिंह

दिग्विजय सिंह ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि अब जनता सरकार नहीं चुन रही है EVM चुन रही है, यदि लोकतंत्र बचाना है तो बैलेट पेपर पर चुनाव कराओ या VVPAT स्लिप हमारे हाथ में दो।

Updated: Dec 13, 2023, 06:37 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजों ने इस बार सभी को चौंका दिया है। जमीनी हालात से वाकिफ लोगों के लिए चुनाव नतीजों पर भरोसा करना मुश्किल है। ईवीएम की विश्वसनीयता पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने चुनाव आयोग से पूछा है कि EVM में कौन सा सॉफ्टवेयर डाला जाता है।

राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने बुधवार को एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'अब जनता सरकार नहीं चुन रही है EVM चुन रही है। जिस मशीन में चिप लगी है वह उसमें जो सॉफ्टवेर डाला है उसका आदेश मानती है ना की हमारा। अभी मैं अंग्रेज़ी फ़ॉण्ट पर टाइप कर रहा हूँ लेकिन हिन्दी फ़ॉण्ट में टाइप हो रहा है।'

सिंह ने आगे लिखा, 'EVM के VVPAT यूनिट में उम्मीदवार का नाम और उसकी पार्टी का चुनाव चिन्ह, इंटरनेट से सॉफ्टवेयर डाला जाता है। वो क्या सॉफ्टवेर है वह गुप्त है। क्या निष्पक्ष चुनाव के लिए उसे उजागर नहीं करना चाहिए? हम वोट डालते हैं वह दिखता ज़रूर है पर क्या छपा हमें नहीं मालूम। जिस यूनिट ballot unit में हम बटन दबाते हैं उसमें चिप नहीं होती लेकिन वोट वो पड़ता है और गिना जाता है जिसे VVPAT यूनिट चाहता है। और VVPAT यूनिट उस सॉफ्टवेर का आदेश मानता है जिसे चुनाव आयोग इंटरनेट द्वारा डालता है। वह क्या है हमें नहीं मालूम।' 

सिंह ने आगे लिखा, 'अब आप बताइए हम EVM के नतीजों पर कैसे भरोसा करें? यदि लोकतंत्र बचाना है तो बैलेट पेपर पर चुनाव कराओ या VVPAT स्लिप हमारे हाथ में दो हम अलग से रखी मतपेटी में डालेंगे। मतगणना उस मतपेटी में डाले मतों की होना चाहिए। अगर आप मेरी बात से सहमत हों तो कृपया अधिक से अधिक लोगों से शेयर करें।'