दतिया में कर्मचारियों की छुट्टी पर रोक, जन कल्याण पर्व को लेकर कलेक्टर का सख्त निर्णय
मध्य प्रदेश के दतिया जिले में जिला प्रशासन ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी है।
दतिया| मध्य प्रदेश के दतिया जिले में जिला प्रशासन ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी है। जिला कलेक्टर संदीप कुमार माकिन द्वारा जारी आदेश के अनुसार, कोई भी कर्मचारी या अधिकारी 26 जनवरी 2025 तक बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ सकेगा। इस आदेश का पालन उन कर्मचारियों और अधिकारियों को भी करना होगा, जो पहले से छुट्टी पर हैं। ऐसे कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से मुख्यालय लौटने का निर्देश दिया गया है।
यह सख्त कदम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश सरकार के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले जन कल्याण पर्व को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। मुख्यमंत्री के एक वर्ष के कार्यकाल को सरकार ने "जन कल्याण पर्व" के रूप में मनाने का फैसला किया है, जिसका आयोजन प्रदेश के सभी जिलों में किया जाएगा। इस पर्व के दौरान राज्य में क्रियान्वित जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार और उनकी सफलता को आम जनता के बीच प्रदर्शित करने का लक्ष्य रखा गया है।
दतिया कलेक्टर ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि सभी अधिकारी और कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन सुनिश्चित करें। किसी भी परिस्थिति में बिना पूर्व अनुमति के छुट्टी लेना या मुख्यालय छोड़ना सख्त वर्जित होगा। आदेश जारी होने के बाद छुट्टी पर चल रहे कर्मचारियों को भी तुरंत कार्यालय लौटने के लिए कहा गया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में अपने कार्यकाल का एक वर्ष पूरा किया है। 13 दिसंबर को सरकार ने एक साल का यह पड़ाव "जन कल्याण पर्व" के रूप में मनाने की घोषणा की। इस पर्व के अंतर्गत प्रदेशभर में योजनाओं का क्रियान्वयन और उनकी समीक्षा की जाएगी।
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हालांकि, इस फैसले से कर्मचारियों और अधिकारियों में नाराजगी देखी जा रही है। उनका मानना है कि छुट्टियों पर प्रतिबंध लगाना और पहले से स्वीकृत अवकाश को भी रद्द करना अनुचित है। लेकिन प्रशासन ने इसे जनहित में उठाया गया आवश्यक कदम बताया है। कलेक्टर माकिन का कहना है कि पर्व को सुचारू रूप से आयोजित करने और जनता तक सरकार की योजनाओं को प्रभावी रूप से पहुंचाने के लिए सभी की उपस्थिति आवश्यक है।