पूर्व सीएम उमा भारती चुनाव प्रचार से रहेंगी दूर, कमजोर स्वास्थ्य का दिया हवाला
सभी जांचों में, मैं स्वस्थ पाई गई किंतु अत्यधिक थकान एवं कमजोरी है, डॉक्टरों के अनुसार मेरा कुछ महीनों के लिए विश्राम ही एकमात्र उपचार है: उमा भारती
भोपाल। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती अस्वस्थ हैं। उन्होंने ऐलान किया है कि वे इस बार चुनाव प्रचार से भी दूर रहेगी। हालांकि उनके स्वास्थ्य परीक्षँ में कोई बीमारी के संकेत नहीं हैं लेकिन बकौल उमा भारती वे थकान और कमजोरी महसूस कर रही हैं इसलिए विश्राम करना चाहती हैं। ज्ञात हो कि शनिवार देर रात तबीयत ज्यादा बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। पूर्व सीएम उमा भारती के मुताबिक, डॉक्टरों ने उन्हें कुछ महीने आराम करने की सलाह दी है। इस ट्वीट के बाद कयास हैं कि वे चुनाव प्रचार अभियान से दूर ही रहेंगी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने रविवार को एक ट्विटर थ्रेड में लिखा, 'बीती रात करीब 11.00 बजे अचानक मेरी तबीयत खराब होने पर मुझे मेरे आवास के पास स्मार्ट सिटी अस्पताल ले जाया गया। मेरी सभी टेस्ट रिपोर्ट नॉर्मल बता रही है, लेकिन बेहद थकी हुई और कमजोर महसूस कर रही हूं।
3) सारी जाँचो से डॉक्टरों को निश्चिंत हो जाने के बाद मेरे निजी डॉक्टरों के अनुसार मेरा कुछ महिनों के लिये विश्राम ही एकमात्र उपचार है ।
— Uma Bharti (@umasribharti) May 21, 2023
4) आप प्लीज़ भूलना मत की मैंने अपने उम्र के 6 साल से यानी लगभग 55 साल से पब्लिक लाइफ में कड़ी मेहनत की है ।
उमा भारती ने आगे लिखा, 'सारी जांचों से डॉक्टरों के निश्चिंत हो जाने के बाद मेरे निजी डॉक्टरों के अनुसार मेरा कुछ महिनों के लिये विश्राम ही एकमात्र उपचार है। आप (ट्विटर यूजर्स को संबोधित करते हुए) प्लीज़ भूलना मत कि मैंने अपने उम्र के 6 साल से यानी लगभग 55 साल से पब्लिक लाइफ में कड़ी मेहनत की है। आपका संदेश, आपकी कोई परेशानी या कोई सूचना आप मेरे ऑफिस को अवश्य देते रहें। आप सब हमेशा मेरे ध्यान में रहेंगे।'
उमा भारती ने इससे पहले 14 मई को भी अस्वस्थ होने की जानकारी दी थी। उन्होंने लिखा था कि, 'अमरकंटक में बहुत ठंड थी, मैं वहां 1 महीने रही फिर यहां ओरछा एवं भोपाल में बहुत गर्मी झेली, जिसके कारण मेरे स्वास्थ्य का संतुलन बिगड़ा है। बीजेपी नेत्री ने तब कहा था कि डॉक्टरों ने उन्हें 45 दिन तक विश्राम करने की सलाह दी है।' हालांकि, अब उन्होंने लिखा है कि डॉक्टरों ने कुछ महीनों तक आराम करने की सलाह दी है। ऐसे में साफ है कि चुनावों तक वे एक्टिव पॉलिटिक्स से दूर ही रहेंगी।