Digvijaya Singh : BJP की बदला Politics की निंदा

राज्यसभा सांसद Digvijaya Singh की अधिकारियों को सलाह, BJP का एजेंट बन कर काम करने से बचना चाहिए

Publish: Jul 08, 2020, 12:33 PM IST

भोपाल। ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया के साथ बीजेपी में न जाने पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मंत्री रामनिवास रावत की जमीन को सरकारी घोषित कर दिया गया है।  उनके बेटे के निर्माणाधीन पेट्रोल पंप का नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) रद्द कर दिया गया है पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस बदले की करवाई बताते हुए इसकी निंदा की है। उन्होंने अधिकारियों को सत्ताधारी दल काा एजेंट न बनने की नसीहत देते हुए चेताया है कि उपचुनाव के बाद कांग्रेस सरकार आने के बाद उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।

राज्यसभा सांसद  Digvijaya Singh ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा है कि, 23 मार्च 2020 को भाजपा की सरकार बन गई और कांग्रेस पार्टी की सरकार गिर गई। भारी दलबदल के बीच पूर्व मंत्री और ग्वालियर चंबल क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेस नेता राम निवास रावत पूरी ताकत से पार्टी के साथ खड़े रहे। पार्टी के प्रति उनकी असीम निष्ठा के चलते भाजपा के इशारे पर सरकारी तंत्र के माध्यम से उन्हें परेशान कराया जा रहा है। सिर्फ 24 घंटे के भीतर श्योपुर कलेक्टर ने पेट्रोल पंप निर्माण की अनुमति निरस्त करने के लिये 1 जुलाई को प्रकरण दर्ज किया। चंबल संभागीय आयुक्त को आदेश के पुनरीक्षण के लिये प्रतिवेदन भेजा। दूसरे ही दिन 2 जुलाई को आयुक्त चंबल ने अनुमति प्रदान कर दी। 2 जुलाई को ही कलेक्टर श्योपुर ने पेट्रोल पंप निर्माण के लिये पूर्व में दी गई अनुमति स्थगित कर निर्माण पर रोक लगा दी।

क्या है पूरा मामला ?

दरअसल, मध्यप्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मंत्री रामनिवास रावत सिंधिया के नजदीकी नेता माने जाते थे लेकिन जब सिंधिया ने कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी जॉइन की तो उन्होंने पार्टी छोड़ने से इंकार कर दिया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक सिंधिया रावत के बीजेपी जॉइन न करने से नाराज हैं जिस वजह से वह अधिकारियों के माध्यम से रावत पर करवाई कर रहे हैं। इसी क्रम में रावत की जमीन को सरकारी घोषित करने के बाद उनके बेटे के निर्माणाधीन पेट्रोल पंप का नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) रद्द कर दिया गया है। 

श्योपुर क्षेत्र के दिग्गज नेता रावत के गृह क्षेत्र विजयपुर में स्थित उनकी बेशकीमती जमीन को जिला कलेक्टर राकेश श्रीवास्तव ने भूदान की जमीन बताकर सरकारी भूमि में दर्ज करने का आदेश जारी किया है। यह जमीन उनकी संस्था श्री गणेश शिक्षा संस्थान के नाम से दर्ज थी। उक्त जमीन और एक कॉलेज और स्कूल भी बनाा है जिसका संचालन उनके पुत्र अनिरुद्ध रावत करते हैं। इसके अलावा अनिरुद्ध रावत का श्योपुर शहर में एक पेट्रोल पंप निर्माणाधीन है जिसका 80 फीसदी कार्य हो जाने के बाद प्रशासन ने एनओसी रद्द कर कार्य को रोक दिया है। रावत को बीती 24 फरवरी को कलेक्टर ने इंडियन ऑयल का पेट्रोल पंप स्थापित करने की अनुमति दी थी। इसके बाद उन्होंने सारी औपचारिकता पूरी कर विधिवत निर्माण कार्य प्रारंभ किया था।