MP में 15 अगस्त से बंद होगी डायल 100 सेवा, अब डायल 112 पर दर्ज होंगी शिकायतें
मध्य प्रदेश में 15 अगस्त से डायल 100 सेवा समाप्त होगी। आग, आपदा और अपराध जैसी घटनाओं के लिए 112 नंबर पर डायल करके सूचना देनी होगी। डायल 112 की नई व्यवस्था में संपूर्ण प्रदेश में 1200 गाड़ियां शामिल की जाएंगी। जो 55 जिलों में सेवाएं देंगी।

भोपाल। मध्य प्रदेश में किसी पक्ष में विवाद होने या चोरी जैसी घटनाओं पर डायल 100 को कॉल कर तुरंत सूचित किया जाता है। पुलिस अधिकारी जानकारी मिलने पर घटनास्थल पहुंचते हैं। लेकिन अब से मध्य प्रदेश में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। दरअसल डायल 100 की सेवाएं बंद हो रही है। जिसमें डायल 100 की जगह अब डायल 112 नंबर इसकी जगह ले रहा है।
15 अगस्त से राज्य भर में डायल 100 सेवा समाप्त होगी। आग, आपदा और अपराध जैसी घटनाओं के लिए 112 नंबर पर डायल करके सूचना देनी होगी। साथ ही एक ओर बदलाव हो रहा है। इस स्वतंत्रता दिवस से फर्स्ट रिस्पॉन्स व्हीकल (एफआरवी) सड़कों पर दौड़ते नजर आएंगे। जो तकनीकी रूप से अधिक प्रभावी और तेज रिस्पांस देने में उपयोगी होगी।
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डायल 112 की नई व्यवस्था में संपूर्ण प्रदेश में 1200 गाड़ियां शामिल की जाएंगी। जो 55 जिलों में सेवाएं देंगी। इसके साथ एक नया कॉल सेंटर भी बनाया जाएगा जो सेंट्रल सर्वर से जुड़ा होगा। जिसमें तत्काल रिस्पांस किया जाएगा। यह गाड़ियां जीपीएस और वायरलेस सिस्टम से लेस तैयार की जाएंगी। एमपी में डायल 100 की सेवा साल 2015 में शुरू की गई थी। इसकी जिम्मेदारी बीवीजी कंपनी को सौंपी गई थी, पर बाद में इसे जीवीके कंपनी को दी गई। यह कंपनी प्रदेश में एम्बुलेंस सेवाओं का संचालन भी करती है।
इस समय डायल 112 सेवा का उपयोग हरियाणा और उत्तर प्रदेश में किया जा रहा है। लेकिन 15 अगस्त से मध्य प्रदेश में भी इसका उपयोग होने लगेगा। इसका मुख्य उद्देश्य प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना और पुलिस रिस्पांस टाइम को कम करना बताया गया। सीएम डॉ. मोहन यादव की इस पहल को कानून प्रणाली के लिए अहम कदम माना जा रहा है।