ऑनलाइन ठगी का शिकार हुआ ग्वालियर का किसान, भैंस खरीदने के नाम पर हुई 87 हज़ार की जालसाजी

ग्वालियर के एक बुजुर्ग किसान ने जयपुर की एक डेयरी कंपनी को भैंस खरीदने का ऑर्डर दिया, लेकिन भैंस तो किसान के घर नहीं पहुंची बल्कि इसके एवज में ठग ने उससे पैसे भी ठग लिए

Publish: Mar 29, 2023, 06:40 PM IST

ग्वालियर। ग्वालियर में एक बुजुर्ग किसान से ठगों ने भैंस खरीदने के नाम पर पैसे ऐंठ लिए। किसान ने भैंस खरीदने के लिए जयपुर की एक डेयरी कम्पनी को ऑर्डर दिया था। लेकिन भैंस बेचने के नाम पर ठग उसके 87 हजार रुपए चट कर गए। किसान को भी ठगी का अहसास काफ़ी देर बाद हुआ। ठग बारंबार उससे अलग अलग बहाने देकर पैसे लेते रहे लेकिन जब तक किसान उनकी चाल समझ पाता तब तक काफ़ी देर हो चुकी थी। 

दरअसल ग्वालियर के उटीला गांव के रहने वाले होतम सिंह बघेल ने 24 मार्च को फेसबुक पर जयपुर स्थित शर्मा डेयरी का ऐड देखा था। उसमें भैंसों से संबंधित जानकारी दी गई थी। ऐड पर क्लिक करने पर किसान को अलग अलग भैंसों की रील दिखी। किसान को लाल बंडा किस्म की भैंस पसंद हो गई। उसमें दावा किया गया था कि यह भैंस रोज़ाना 14 लीटर दूध देती है। जिसके बाद होतम सिंह बघेल ने भी इतने कम दाम पर भैंस मिलता देख उसे खरीदने का फैसला कर लिया। 

किसान ने ऐड पर दिए नंबर पर कॉल लगाया। कॉल उठाने वाले शख्स ने अपना नाम अशोक शर्मा बताते हुए कहा कि वो ही इस डेयरी का मालिक है। जिसके बाद किसान और अशोक शर्मा नामक व्यक्ति में भैंस की खरीद बिक्री को लेकर डील पक्की हो गई। 

ठग ने बताया कि किसान को जयपुर से ग्वालियर पहुंचाने का भाड़ा 4200 लगेगा। किसान को ऑनलाइन पेमेंट करने नहीं आता था इसलिए उसने पड़ोस के गांव टिहोली पहुंच कर एमपी ऑनलाइन के माध्यम से पैसे ट्रांसफर कर दिए। 

25 मार्च की सुबह जब किसान अपनी भैंस का इंतज़ार कर रहा था। अचानक उसे अशोक शर्मा का दोबारा फोन आया और उसने किसान को बताया कि भैंस का जीपीएस ट्रैक नहीं हो रहा है इसलिए 12,500 का और भुगतान करना होगा। जीपीएस ट्रैक से अनजान किसान ने यह रकम भी ट्रांसफर कर दी। इसके बाद किसान को बताया गया कि पेमेंट देरी से होने के चलते लेट फीस के तौर पर 25 हजार और लगेंगे लेकिन भैंस की डिलीवरी होते ही एक्स्ट्रा दिए गए पैसे वापस कर दिए जाएंगे। इस पर किसान ने अपनी पत्नी के गहने गिरवी रख कर यह रकम भी ट्रांसफर कर दी। 

इसके किसान को 25 मार्च की शाम को भैंस लेकर ग्वालियर जाने वाले ट्रक चालक के नाम से कॉल आया। ट्रक चालक ने बताया कि मुरैना टोल पर ट्रक को रोक लिया गया है क्योंकि अधिकारी भैंस की डिलीवरी और पेमेंट से जुड़ी जानकारी मांग रहे हैं। इसलिए 45 हजार का और भुगतान करना होगा। 27 मार्च की सुबह भैंस आपके दरवाजे पर पहुंच जाएगी। इसके बाद किसान ने एक बार फिर अपनी पत्नी के गहने गिरवी रखकर यह पेमेंट कराया। 

बारंबार किसान को आता देख पेमेंट करने वाले युवक ने चेताया कि वह ज़रूर ठगी का शिकार हो रहे हैं। यह सुनने के बाद किसान को भी ठगे जाने का आभास हुआ। 27 मार्च की सुबह जब भैंस किसान के दरवाजे पर नहीं पहुंची तब किसान ने एक बार फिर ट्रक चालक को फोन किया। 

ट्रक चालक ने कहा कि मुरैना ट्रोल पर भैंस का एक्सीडेंट हो गया और उसका एक पैर टूट गया है। ट्रक चालक ने किसान को फिर कुछ राशि ट्रांसफर करने के लिए कहा। इस बार किसान ने राशि का भुगतान करने से इनकार कर दिया और ट्रक चालक से मुरैना टोल पर रुकने के लिए कहा। इतने में ही उसने फोन काट दिया और बंद भी कर लिया। किसान को समझ में आ गया कि ठगों ने उसे चूना लगा दिया है।

किसान ने स्थानीय पुलिस थाने में पहुंच कर शिकायत की। लेकिन पुलिस ने किसान को शहर के क्राइम ब्रांच थाने में इस मामले की शिकायत करने की सलाह दी जिसके बाद किसान ने मंगलवार को क्राइम ब्रांच थाने में शिकायत दर्ज कराई है।