पटाखों पर छपे चित्र को लेकर दुकान जलाने की धमकी, वायरल हुआ वीडियो
Digvijaya Singh: पटाखों पर देवी-देवताओं के चित्र के लिए दुकानदार को धमकी क्यों, मोदी जी अध्यादेश लाकर पटाखों पर किसी भी धर्म के देवताओं के चित्र छापने पर रोक लगाएं

देवास। दिवाली के पटाखों पर देवी-देवताओं के नामों और तस्वीरों वाले स्टिकर लगे होने को लेकर दुकानदारों को डराने-धमकाने का मामला सामने आया है। कुछ दबंग किस्म के लोग इन स्टिकर्स से हिंदुओं की भावनाएं आहत होने का दावा करते हुए दुकानदारों को डराने-धमकाने में लगे हैं। ऐसा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि ये वीडियो मध्य प्रदेश के देवास का है।
वीडियो में कुछ युवक पटाखे की एक दुकान में घुसकर हंगामा करते नज़र आ रहे हैं। वे पटाखों के पैकेट उठाकर दुकानदार और उनके सहयोगियों को धमका रहे हैं कि इन पर हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरें क्यों हैं। उन युवकों का दावा है कि पटाखों पर देवी देवताओं के नाम और तस्वीरें छपे होने से हिंदुओं की भावनाएं आहत होती हैं।
जवाब में बुजुर्ग दुकानदार और उनके सहयोगी ये समझाने की कोशिश करते हैं कि पटाखों पर नाम और तस्वीरें वो खुद नहीं छापते। ये तो पटाखा उत्पादकों का काम है। वे सिर्फ उन्हें बेचते हैं। लेकिन दबंग किस्म के लड़के उनकी एक नहीं सुनते और आइंदा ऐसे पटाखे बेचने पर दुकान को आग लगा देने की धमकी देते हैं। एक युवक तो दो मिनट में दुकान का लाइसेंस रद्द करा देने की धमकी भी देता है। इस दौरान बुजुर्ग दुकानदार पूरी तरह हैरान नज़र आते हैं। उनका एक नौजवान सहयोगी दबंग लड़कों को भरोसा दिलाता है कि अब वो ऐसे पटाखे नहीं बेचेगा। इस पर दबंग लड़का कहता है कि हम फिर आकर जांच करेंगे और अगर दोबारा ऐसे पटाखे दुकान में नज़र आए तो आग लगा दी जाएगी। इसके अलावा वीडियो में मौजूद दबंगों की बातों से यह भी लगता है कि वो दुकानदार के मुस्लिम होने की वजह से इसे जानबूझकर हिंदू-मुस्लिम विवाद की शक्ल देने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि ऐसे पटाखे बेचने वाला दुकानदार तो किसी भी धर्म को मानने वाला हो सकता है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर शेयर किया है। उन्होंने निर्दोष दुकानदारों को धमकाए जाने का विरोध करते हुए कहा कि मोदी जी को अध्यादेश लाकर पटाखों पर किसी भी धर्म के देवताओं के चित्र लगाने पर रोक लगा देनी चाहिए। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने ट्विटर पर लिखा है, 'पटाखों पर किसका चित्र हो इसकी जवाबदारी पटाखे बनाने वाले पर है ना कि दुकानदार पर। मोदी जी को अध्यादेश निकाल कर पटाखों पर किसी भी धर्म के देवताओं के चित्र नहीं लगाने का क़ानून बना देना चाहिए। देवास ज़िला प्रशासन को जो निर्दोष दुकानदार को धमका रहे हैं उन पर कार्रवाई करना चाहिए।'
पटाखों पर किसका चित्र हो इसकी जवाबदारी पटाखे बनाने वाले पर है ना कि दुकानदार पर। मोदी जी को अध्यादेश निकाल कर पटाखों पर किसी भी धर्म के देवताओं के चित्र नहीं लगाने का क़ानून बना देना चाहिए।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) November 4, 2020
देवास ज़िला प्रशासन को जो निर्दोष दुकानदार को धमका रहे हैं उन पर कार्रवाई करना चाहिए। https://t.co/1R2A7G2Jqk
देवास के बताए गए इस वीडियो में दुकानदारों को जिस तरह डराया-धमकाया जा रहा है, वो कहीं से भी सही नहीं है। अगर पटाखों पर छपे नामों या तस्वीरों से किसी की भावनाएं आहत होती हैं, तो वो उन्हें खरीदने से इनकार कर सकता है। अगर किसी को लगता है कि ये तस्वीरें या नाम पटाखों पर नहीं होने चाहिए तो वो पुलिस-प्रशासन या कोर्ट से इन्हें बनाने वालों के खिलाफ शिकायत कर सकता है। लेकिन कानून अपने हाथ में लेकर डराना-धमाकाना, आगज़नी की धमकी देना तो सीधे-सीधे गुंडागर्दी है। आपको याद दिला दें कि हाल ही में अक्षय कुमार की एक फिल्म का नाम लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत होने की वजह से लक्ष्मी बम से बदलकर लक्ष्मी कर दिया गया है।
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