MP के 37 जिलों में झमाझम बारिश का दौर, हरदा में पुल-पुलिया डूबे, कई गांवों का संपर्क टूटा

प्रदेश में मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। इस वजह से बुधवार को भी मध्य प्रदेश में अति बारिश या भारी बारिश की संभावना बनी रहेगी।

Publish: Sep 03, 2025, 03:35 PM IST

Photo Courtesy: Hindustan
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भोपाल। मध्य प्रदेश में आज सुबह से कई संभाग में बारिश हो रही हैं। राजधानी भोपाल में सुबह हल्की बूंदाबांदी हुई। प्रदेश में मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। इस वजह से बुधवार को भी मध्य प्रदेश में अति बारिश या भारी बारिश की संभावना बनी रहेगी। 

मौसम विभाग ने बुधवार के लिए इंदौर, उज्जैन सहित 18 जिलों में भारी बारिश तो वहीं आठ जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जबलपुर में दोपहर 12 बजे तक बरगी बांध के 12 में से 9 गेट खोले गए हैं। उमरिया के संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र स्थित जोहिला डैम के तीन गेट, शिवपुरी में अटल सागर बांध मडीखेड़ा के दो, ग्वालियर में तिघरा डैम के 7 जबकि तवा डैम के 5 गेट खोले गए। 

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हरदा में लगातार हो रही बारिश से अजनाल, मटकुल, देदली, माचक सहित गंजाल नदियां उफान पर हैं। पुल-पुलिया पानी में डूबे है। यहां कई ग्रामीण क्षेत्रों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट चुका है। दूसरी ओर नर्मदापुरम खंडवा स्टेट हाईवे पर कडोला गांव के पास मटकुल नदी के पुल पर पानी भरने के बावजूद कई चालक गाड़ियां निकाल रहे हैं। 

प्रदेश में अब तक 38.2 इंच बारिश दर्ज हुई है, जो इस सीजन की 104 फीसदी है हालांकि अब तक 31.5 इंच पानी गिरना था। दरअसल प्रदेश की सामान्य औसत बारिश 37 इंच है, जबकि पिछले साल यह कुल 44 इंच हुई थी। सीरियल मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या.ई. सुरेंद्रन ने जानकारी दी कि मध्य प्रदेश में दो ट्रफ गुजर रहे हैं। जिनमें से एक मानसून ट्रफ है इस कारण मंगलवार को कई जिलों में बारिश हुई। सिस्टम की बुधवार को भी एक्टिविटी बनी रहेगी।