बावड़ी हादसे के बाद एक्शन में इंदौर नगर निगम, बेलेश्वर शिव मंदिर के अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर

मंदिर तोड़ने से ज़्यादा ज़रूरी था उन लोगों का हौसला तोड़ना जिन्होंने अवैध निर्माण कराए थे। क्या कोई कार्रवाई हुई उनपर: दिग्विजय सिंह ने बुलडोजर कार्रवाई पर उठाए सवाल।

Updated: Apr 03, 2023, 10:36 AM IST

इंदौर। इंदौर के बेलेश्वर महादेव मंदिर की बावड़ी में 36 मौतों के बाद नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई की है। निगम ने सोमवार सुबह यहां के अवैध निर्माण तोड़ दिया। बावड़ी के साथ मंदिर को भी ढहा दिया गया है। निगम की इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने पूछा कि अवैध निर्माण कराने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई। उन्होंने कहा कि मंदिर तोड़ने से ज़्यादा ज़रूरी था उन लोगों का हौसला तोड़ना जिन्होंने अवैध निर्माण कराए थे।

बता दें कि नगर निगम का अमला सोमवार सुबह 6 बजे के पहले ही मौके पर पहुंचना शुरू हो गया था। इस दौरान यहां बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स भी तैनात था। निगम अधिकारियों ने रविवार देर रात ही तैयारियां पूरी कर ली थीं। चार थानों के पुलिस मौके पर तैनात किए गए थे। रात 12 बजे मंदिर पर नोटिस चिपकाया गया था और जेसीबी डंपर भी बुला लिए गए थे। वहीं, टीम को सुबह मुस्तैद रहने को कहा गया था। 

हालांकि, किस जगह का अतिक्रमण हटाया जाना है, टीम को यह नहीं बताया गया था। सुबह पुलिस के आते ही तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू कर दी गई। इस दौरान मीडिया को भी अंदर जाने से रोक दिया गया। आस पड़ोस के हर घर के आगे पुलिस मौजूद थी। पहले निर्माणाधीन मंदिर की दीवारें तोड़ी गईं। फिर मंदिर से मूर्तियों को हटाया गया। मूर्तियों को प्रशासन की टीम कार में रखकर ले जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक बावड़ी को मलबे से भरा जाएगा। 

मंदिर के अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए पांच से अधिक पोकलेन और जेसीबी की मदद ली। इधर, मंदिर का अतिक्रमण हटाने के विरोध में बजरंग दल और हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने विरोध शुरू कर दिया। मंदिर के सामने ही कई कार्यकर्ताओं ने नगर निगम पर मनमानी का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। हालांकि, भारी पुलिसबल होने के कारण वे ज्यादा कुछ नहीं कर सके।

बता दें कि बीते गुरुवार को रामनवमी के दिन हवन के दौरान यहां बावड़ी की छत धंसने से करीब 60 लोग बावड़ी में गिर गए थे। इनमें से करीब 36 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 20 को जिंदा बचाया लिया गया। वे घायल अवस्था में हैं और उनका भी इलाज जारी है। कांग्रेस का कहना है कि इस अवैध निर्माण में भाजपा नेताओं का हाथ है, इसलिए जांच कर उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाए।