इंदिरा गृह ज्योति योजना से 6 लाख परिवारों को बाहर करने की तैयारी, शिवराज सरकार पर बरसे कमलनाथ

शिवराज सरकार महज़ 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली देने की योजना के दायरे से इनकम टैक्स देने वाले 6 लाख उपभोक्ताओं को बाहर करने की तैयारी कर रही है, जिसका कांग्रेस ने विरोध किया है

Updated: Jan 20, 2021, 07:26 AM IST

Photo Courtesy: The Economic Times
Photo Courtesy: The Economic Times

भोपाल। मध्य प्रदेश की पिछली कमल नाथ सरकार के कार्यकाल में शुरू की गई इंदिरा गृह ज्योति योजना से शिवराज सरकार प्रदेश के 6 लाख परिवारों को बाहर करने की योजना बना रही है। प्रदेश के लगभग 6 लाख मध्यम वर्गीय परिवार इस योजना से बाहर हो जाएंगे। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी यह बात कह चुके हैं कि इनकम टैक्स भरने वालों को अब वास्तविक दरों पर ही बिजली का भुगतान करना होगा।

दरअसल कमल नाथ के मुख्यमंत्री रहते शुरू की गई इस योजना के तहत प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को सौ रुपए में सौ यूनिट बिजली दी जाती है। बाकी पैसा सरकार सब्सिडी के रूप में बिजली कंपनियों को देती है। लेकिन मध्यम वर्गीय परिवारों को इस योजना से बाहर कर शिवराज सरकार पैसे बचाने का प्रयास कर रही है।  सरकार का तर्क है कि सरकार इन पैसों को गरीबों और वंचित लोगों के विकास कार्य पर खर्च करेगी। लेकिन प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने शिवराज सरकार द्वारा प्रदेश के 6 लाख परिवारों को इस योजना से बाहर किए जाने पर जमकर हमला बोला है।

कमल नाथ ने कहा है कि हमारी सरकार ने लोगों को सस्ती बिजली उपलब्ध कराने के लिए इंदिरा गृह ज्योति योजना शुरू की थी। जिसमें हमने 100 रुपये में 100 यूनिट तक बिजली प्रदान करते हुए 150 यूनिट तक खर्च वाले उपभोक्ताओं को भी इस योजना में शामिल किया था। अब शिवराज सरकार हमारी इस जनहितैषी योजना से मध्यम वर्ग के लोगों को बाहर करने की तैयारी कर रही है।शिवराज सरकार का यह निर्णय जनविरोधी है , कोरोना महामारी में पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहे मध्यमवर्गीय लोगों पर इस निर्णय से बड़ी मार पड़ेगी। सरकार इस निर्णय पर पुनर्विचार करे।

 

 

लोगों को राशन की जगह शराब उपलब्ध करा रही है सरकार : कमल नाथ 

कमल नाथ ने प्रदेश की शिवराज सरकार पर चौतरफा हमला बोला है। कमल नाथ ने कहा है कि कितना शर्मनाक है कि जो भाजपा चुनाव के पूर्व शराबबंदी की बात करती थी वो आज मध्य प्रदेश को शराब के दलदल में झोंकने की तैयारी कर रही हैं। अब जहरीली शराब रोकने के नाम पर शराब की दुकानों को बढ़ाने की तैयारी की जा रही है।

कमल नाथ ने आगे कहा, ' मैं तो शुरू से ही कहता आया हूं कि मध्यप्रदेश में भले लोगों को राशन नहीं मिले लेकिन सरकार शराब जरूर उपलब्ध करा रही है।कोरोना महामारी में भी भले धार्मिक स्थल ,आयोजन ,वैवाहिक कार्यक्रम बंद रहे ,कर्फ्यू लगा रहा लेकिन शराब की दुकाने देर रात तक चालू रही।' कमल नाथ ने शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि प्रदेश की शिवराज सरकार शराब प्रेमी सरकार है और शराब की दुकानें व शराब के व्यवसाय को बढ़ाने के लिए नित नए निर्णय लेने का काम करती रहती है।यदि प्रदेश में शराब की दुकाने बढ़ायी गयी तो कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी , हम सदन से लेकर सड़क तक इस जनविरोधी निर्णय का खुलकर विरोध करेंगे।' 

 

 

बेटियों की सुरक्षा की जगह पूजन के नाम पर गुमराह कर रही है शिवराज सरकार 

कमल नाथ ने प्रदेश में लगातार बेटियों के साथ हो रही दरिंदगी की घटनाओं को लेकर भी शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। कमल नाथ ने कहा है कि एक तरफ जहां प्रदेश में बेटियों के खिलाफ आपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं तो वहीं शिवराज सरकार पूजन के नाम पर गुमराह करने में लगी हुई है। कमल नाथ ने इंदौर और बैतूल की वारदात का हवाला देते हुए कहा है, 'सीधी, खंडवा, उमरिया की वीभत्स घटनाओं के बाद अब बैतूल जिले की सारनी व इंदौर की घटना ने प्रदेश को किया शर्मशार।जो विपक्ष में बैठकर बहन-बेटियों की सुरक्षा को लेकर लंबे-चौड़े भाषण देकर धरने देते थे वो आज इन घटनाओं पर मौन? 

 

 

 कमल नाथ ने कहा है कि, ' पता नहीं सरकार कब नींद से जागेगी और बहन-बेटियों को सुरक्षा प्रदान करने को लेकर कड़े कदम उठायेगी ? पीसीसी चीफ ने कहा है कि ज़हरीली शराब काण्ड की तरह ही बहन-बेटियों से दरिंदगी की घटनाओं पर ज़िम्मेदार अधिकारियों की ज़िम्मेदारी तय हो।