नंदकुमार साय के कांग्रेस में शामिल होने को कमल नाथ ने बताया ट्रेलर, कहा पूरी पिक्चर के लिए इंतज़ार करें

कमल नाथ ने कहा कि बीजेपी के कई नेता अपनी पार्टी से तंग आ चुके हैं, हालांकि पीसीसी चीफ ने यह भी कहा कि उन्हें ज़मीनी स्तर पर काम करने वाले सक्रिय कार्यकर्ताओं की ज़रूरत है

Updated: May 01, 2023, 07:25 PM IST

भोपाल। पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में दिग्गज बीजेपी नेता नंदकुमार साय के कांग्रेस में शामिल होने को मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ ने ट्रेलर बताया है। इसके साथ ही पीसीसी चीफ ने बड़े घटनाक्रम के संकेत देते हुए यह भी कहा कि अभी पूरी पिक्चर का इंतज़ार करना चाहिए। 

सोमवार को मीडिया ने पूर्व सीएम से पूछा कि क्या मध्य प्रदेश में भी बीजेपी के दिग्गज नेता कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं? इस पर कमल नाथ ने जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी के कई नेता पार्टी से तंग आ चुके हैं। हालांकि मुझे नेताओं के कद से मतलब नहीं है मुझे कांग्रेस में ऐसे कार्यकर्ता चाहिए जोकि पार्टी और जनता के प्रति खुद को समर्पित कर सकें। 

पिछले कुछ दिनों से मध्य प्रदेश में बीजेपी के एक दिग्गज नेता के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। वहीं पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता दीपक जोशी ने भी बीजेपी छोड़ कांग्रेस का दामन थामने का ऐलान कर दिया है। दीपक जोशी ने कहा है कि वह 6 मई को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे। 

वहीं छत्तीसगढ़ में रविवार को दिग्गज बीजेपी नेता नंदकुमार साय ने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके ठीक अगले ही दिन नंदकुमार साय ने सीएम भूपेश बघेल की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। नंदकुमार साय ने सीएम बघेल के शासन में छत्तीसगढ़ में हुए विकास को लेकर मुख्यमंत्री की सराहना भी की। 

मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में राजस्थान के साथ इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। पिछले विधानसभा चुनावों में तीनों राज्यों में कांग्रेस ने अपनी सरकार बनाई थी। हालांकि मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के दगा देने के चलते पंद्रह महीने में ही कांग्रेस की सरकार गिर गई लेकिन इस बार कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों से पहले ही एड़ी चोटी का ज़ोर लगा दिया है और प्रदेश की जनता से कई अहम वादें भी किए हैं। जिनमें पांच सौ रुपए में सिलेंडर मुहैया कराना, पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने और धार्मिक स्थलों पर होने वाले हादसों को रोकने के लिए सख्त कानून बनाने और महिलाओं को प्रतिमाह पंद्रह सौ रुपए देने के वादे शामिल हैं।