विदेश गए MP के 172 लोगों की नहीं हुई वतन वापसी, साइबर स्लेवरी में फंसे होने का संदेह

केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश में 172 ऐसे व्यक्तियों की पहचान की है, जो विजिटर्स वीजा पर विदेश गए, लेकिन वीजा एक्सपायर होने के बाद भी घर नहीं लौटे।

Updated: Jan 28, 2025, 07:01 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में 172 ऐसे लोगों की पहचान की गई है, जो विजिटर्स वीजा पर विदेश गए, लेकिन वीजा एक्सपायर होने के बाद भी उनकी वतन वापसी नहीं हो पाई है। ये लोग कंबोडिया, थाईलैंड, म्यांमार और वियतनाम जैसे दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में गए थे। केंद्रीय गृह व विदेश मंत्रालय को संदेह है कि इनमें से कई लोग साइबर स्लेवरी में फंस गए हैं। यानी इन्हें बंधक बनाकर इनसे साइबर अपराध कराए जा रहे हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय का मानना है कि इन व्यक्तियों को बंधक बनाकर साइबर फ्रॉड करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।इसको लेकर उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार को चिट्‌ठी भी लिखी है कि इन लोगों के पते पर वेरिफिकेशन कराया जाए। पुलिस अफसरों का यह भी कहना है कि इन लोगों को धमकी दी गई है और इन्हें अपने परिवारों से झूठ बोलने पर मजबूर किया गया है।

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बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश की साइबर क्राइम सेल ने 23 दिसंबर 2024 को सभी जिलों में यह सूची भेज दी है। भोपाल में ऐसे 40 लोगों की जांच हो रही है। पुलिस इन व्यक्तियों के पते का डोर टू डोर वेरिफिकेशन कर रही है और उनके परिवारों से पूछताछ कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि इनकी उम्र, शैक्षिक योग्यता और इन देशों में रहने के उद्देश्य की जानकारी एकत्र की जा रही है। 

परिवार वालों से पूछा जा रहा है कि क्या वे नियमित संपर्क में है या उन्हें किसी धोखाधड़ी का शक है। जो लोग बाहर हैं उनसे पुलिस वीडियो कॉल पर बात कर उनसे उनकी लाइव लोकेशन मांगेगी। पुलिस के साथ-साथ, साइबर सेल भी इन सभी संबंधित लोगों के घर जाकर जांच करेगी। पुलिस जांच में यह भी देखेगी की बीते दो-तीन साल में यह लोग कितनी बार भारत आए और गए।

पुलिस अफसरों का कहना है कि साइबर स्लेवरी में फंसे लोगों को अपने परिवारों से झूठ बोलने के लिए भी मजबूर किया जाता है। हैरानी की बात यह है कि अब तक किसी भी परिवार ने खुद सामने आकर शिकायत दर्ज नहीं कराई है। अधिकारियों का कहना है कि धमकी और हिंसा का डर इन परिवारों को चुप रख रहा है। ये भी संभव है कि इन्हें अच्छी खासी सैलरी देकर भी साइबर क्राइम कराया जा रहा हो। फिर भी हम उनके विदेश गए परिजन से भी बात करके कंफर्म करेंगे।