Corona effect : प्रियंका को नसीहत दे कर घिरे शिवराज

politics on migrant laborers : गरीबों की सहायता पर हावी भाजपा की राजनीति

Publish: May 21, 2020, 07:00 AM IST

कोरोना के कारण लगातार पलायन कर रहे मजदूरों के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और कांग्रेस पहले ही आमने-सामने हैं। इस बीच मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान भी मैदान में आ गए। उन्‍होंने ट्वीट कर कहा कि प्रियंका गांधी मध्यप्रदेश से मजदूरों की मदद करने की सीख लें। यहां आकर देखें कि हमने श्रमिकों के लिए कैसी व्यवस्था की है। सीएम शिवराज ने ट्वीट में लिखा है कि ‘प्रियंका जी, अगर आपको सच में श्रमिकों की मदद करनी है, तो मध्यप्रदेश आइए। हमारे यहां की व्यवस्थाएं देखिए, सीखिए, उससे आपको मदद मिलेगी। मध्य प्रदेश की धरती पर आपको कोई मजदूर भूखा, प्यासा और पैदल चलता हुआ नहीं मिलेगा। हमने कारगर इंतजाम किए हैं।’

 

चौहान के ट्वीट पर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने पलटवार किया है। शिवराज के दावे पर पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष कमलनाथ ने कहा कि शिवराज जी, ख़ूब झूठ बोलिये लेकिन मज़दूरों के नाम पर कम से कम इतना बड़ा मज़ाक़ तो मत करिये। आप कह रहे है कि मध्यप्रदेश की व्यवस्था देखिये, यहाँ की धरती पर कोई भी मज़दूर आपको भूखा, प्यासा व पैदल चलता हुआ नहीं दिखेगा, हमने कारगर इंतज़ाम किये है। इतना बड़ा झूठ व मज़दूरों के नाम पर ऐसा मज़ाक़, शर्म करिये? यह सही है कि आप इन मज़दूरों की अभी तक सुध लेने गये नहीं है तो आपको सच्चाई पता भी कैसे चले? आज भी प्रदेश के सभी प्रमुख मार्ग व सीमाएँ हज़ारों मज़दूरों से भरे पड़े हुए है, कोई पैदल, कोई नंगे पैर, कोई ठेले पर, कोई साईकल पर, कोई ऑटो से अपने घर लौट रहा है। प्रदेश की धरती पर कई घर लौटते ये बेबस-लाचार मज़दूर दुर्घटना का शिकार होकर मौत के मुँह में जा चुके हैं। प्रदेश की जनता, कई सामाजिक व कई स्वयंसेवी संगठन, कांग्रेस कार्यकर्ता इन मज़दूरों को मार्गों पर खाना खिला रहे हैं, जूते चप्पल पहना रहे हैं, पानी पिला रहे हैं, घरों तक छोड़ रहे हैं। सरकार की कोई व्यवस्था इन मज़दूरों के लिये नहीं है।

कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मध्यप्रदेश सरकार की असफलताएं गिनाई और शिवराज सरकार को कटघरे में खड़ा किया। पटवारी ने सरकार से विभिन्न प्रदेशों से वापस लाए गए 3 लाख मजदूरों की जानकारी सार्वजनिक करने की मांग की है। यदि मजदूरों की वापसी सरकार ने करवाई है, तो फिर मजदूरों को जान जोखिम में मिक्सर जैसे वाहनों से और पैदल क्यों यात्रा करनी पड़ी? यूपी और एमपी बार्डर पर मजदूरों को सहायता की जगह लाठियों से पीटा जा रहा है? बीजेपी सरकार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को नसीहत देने से पहले आत्ममंथन करे।