चुनावी घोषणाएं सिर्फ कागजों तक ही सीमित, जबलपुर में आशा कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
प्रदर्शनकारी आशा कार्यकर्ताओं की मांग है कि 1000 रुपए वार्षिक वेतन वृद्धि का तत्काल भुगतान किया जाए।

जबलपुर। मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार के खिलाफ आशा कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोल दिया है। चुनावी घोषणाओं को अमल में न लाए जाने से नाराज आशा कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार पर वादाखिलाफी के आरोप लगाए हैं।।जबलपुर में आशा कार्यकर्ताओं और पर्यवेक्षकों ने बुधवार को कलेक्टर कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारी आशा कार्यकर्ताओं की मांग है कि 1000 रुपए वार्षिक वेतन वृद्धि का तत्काल भुगतान किया जाए। सीटू की प्रदेश महासचिव पूजा कनौजिया ने बताया कि जबलपुर में कार्यरत 1700 आशा कार्यकर्ताओं की विभिन्न मांगों को लेकर लंबे समय से आंदोलन चल रहा है। उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान की गई अधिकांश घोषणाएं अब तक केवल कागजों तक ही सीमित हैं।
कनौजिया ने आगे कहा कि विभागीय और प्रशासनिक अधिकारी आदेशों में हेर फेर कर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर वार्षिक वेतन वृद्धि लागू करने का प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह कदम प्रदेश की 80,000 आशा कार्यकर्ताओं और पर्यवेक्षकों के साथ धोखा है, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ेगा।
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन प्रदेश शासन के नाम सौंपा। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।