छुटभैये नेता आमजन पर रोब जमा रहे हैं, हूटर का दुरुपयोग रोकने दिग्विजय सिंह ने DGP को लिखा पत्र

भोपाल सहित अन्य शहरों में हूटर लगी गाड़ियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आपराधिक तत्व तक गाड़ियों में हूटर लगाकर विशिष्ट श्रेणी में दिखाने का आतंक फैला रहे हैं: दिग्विजय सिंह

Updated: Feb 21, 2025, 04:01 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजयसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) को पत्र लिखकर प्रदेश में हूटर के दुरुपयोग के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। पूर्व मुख्यमंत्री ने पत्र में कहा है कि छुटभैये नेता वाहनों में हूटर लगाकर आमजन पर रोब जमा रहे हैं। साथ ही यह भी कहा कि यदि ठोस कार्रवाई नहीं होगी तो वे हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगे।

पूर्व सीएम ने डीजीपी को संबोधित इस पत्र में उल्लेख किया है कि मध्य प्रदेश में मोटर व्हीकल एक्ट के प्रावधानों के विरुद्ध निजी वाहनों में हूटर का दुरुपयोग करने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सत्ताधारी दल के नेता बिना पात्रता के वाहनों पर हूटर लगाकर कानून का उल्लंघन कर रहे हैं। सिंह ने कहा है कि मोटर व्हीकल एक्ट 1989 के तहत पुलिस की गाड़ियों, फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस के ही हूटर का इस्तेमाल किये जाने का नियम है। इन वाहनों के अतिरिक्त अन्य किसी भी वाहन का हूटर लगाना प्रतिबंधित है।

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उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में एक व्यापक अभियान चलाकर हूटर लगी गाड़ियों के चालान बनाए जाने चाहिए। प्रदेश में मोटर व्हीकल एक्ट का पालन कराना पुलिस का कर्तव्य है। पुलिस द्वारा सख्ती से कार्रवाई नहीं किये जाने से छुटभैया नेता आमजन पर रोब जमा रहे हैं। उन्होंने पत्र में लिखा है कि केन्द्र सरकार ने अधिसूचना जारी कर VIP व्यक्तियों की गाड़ियों को भी हूटर, सायरन लगाने की अनुमति नही दी है। सरकार के निर्णय के बाद सभी VIP गाड़ियों से हूटर उतार लिये गये थे। कुछ जिलों में पुलिस ने सख्त चेकिंग करते हुए नियम विरूद्ध हूटर लगाने वाली गाड़ियों से हूटर निकलवाकर जुर्माना लगाया था। 

सिंह ने आगे लिखा है कि पिछले कुछ समय से प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित अन्य शहरों में हूटर लगी गाड़ियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आपराधिक तत्व तक गाड़ियों में हूटर लगाकर विशिष्ट श्रेणी में दिखाने का आतंक फैला रहे है। पुलिस बल भी स्थानीय नेताओं के दबाव में सख्त कार्यवाही करने से पीछे हट जाते है। हूटर लगाकर घूमने वाले लोग अपनी गाड़ियों पर अनेक संगठनों के पदनाम भी लिखवा लेते है। विधायक, सासंद से लेकर जिला पंचायत, जनपद पंचायत, सहकारी संगठन, सासंद एवं विधायक प्रतिनिधि, सरपंच प्रतिनिधि तक गाड़ियों पर नंबर प्लेट की जगह पदनाम की बड़ी-बड़ी पटिट्का लगाकर पुलिस बल को चुनौती देते प्रतीत हो रहेे है। ऐसे तत्वों की अराजकता के चलते कई बार ट्रैफिक जाम तक की स्थिति बनती है। 

सिंह ने मांग करते हुए कहा कि प्रदेश में एक व्यापक अभियान चलाकर हूटर लगी गाड़ियों के चालान बनाये जाए। प्रदेश में मोटर व्हीकल एक्ट का पालन कराना पुलिस का कर्तव्य है। सिंह ने कहा है कि अगर पुलिस द्वारा कार्यवाही नहीं की जाती है, तो वह व्यक्तिगत तौर पर म.प्र. हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर प्रदेश में नासूर बन रही हूटर संस्कृति का मुद्दा उठाएंगे। उन्होंने उम्मीद जताई है कि बिना किसी राजनैतिक दबाव में आये पुलिस, प्रदेश को हूटरों के चलन से मुक्ति दिलाएगी।