हाइकोर्ट के न्यायाधीश से कराई जाए महाकाल लोक घोटाले की जांच, कमलनाथ की मांग

पिछले दिनों आंधी के कारण महाकाल लोक में सप्तऋषि की छह मूर्तियां क्षतिग्रस्त हुई थी। अब कई अन्य मूर्तियां दरकने की बात सामने आई है। कांग्रेस राज्य सरकार कर कमीशनबाजी का आरोप लगा रही है।

Updated: Jun 01, 2023, 04:46 PM IST

भोपाल। उज्जैन के महाकाल लोक में तेज हवाएं चलने से सप्त ऋषि यों की प्रतिमाएं टूटने के बाद विपक्षी दल कांग्रेस शिवराज सरकार पर हमलावर है। इसी बीच खबर आई है कि 6 सप्तऋषि के अलावा महाकाल लोक में 11 अन्य मूर्तियां भी क्षतिग्रस्त हुई है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने अब इस पूरे मामले की जांच हाईकोर्ट के न्यायाधीश से कराने की मांग की है।

कमलनाथ ने ट्वीट किया, "भगवान महाकाल समस्त हिंदू समाज की आस्था का केंद्र हैं। जिस तरह से महाकाल लोक में सप्त ऋषि की मूर्तियां गिरी और अब अन्य देव प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचने के समाचार भी सामने आ रहे हैं, वैसे में शिवराज सरकार का रवैया पूरी तरह मामले की लीपापोती करने का नजर आ रहा है। मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कराने के बजाय शिवराज सरकार के मंत्री बिना जांच के ही अपनी सरकार को क्लीन चिट दे रहे हैं।"

कमलनाथ ने आगे लिखा, "कांग्रेस पार्टी ने पहले ही अपना रुख स्पष्ट कर दिया है कि महाकाल लोक घोटाले की जांच हाईकोर्ट के किसी वर्तमान न्यायाधीश से कराई जाए। अगर सरकार कांग्रेस की यह मांग स्वीकार नहीं करती तो जनता में स्पष्ट संदेश जाएगा कि शिवराज सरकार की मानसिकता हिंदुओं की आस्था पर चोट करने की और घोटालेबाजों को पूर्ण संरक्षण देने की है।"

इससे पहले मंगलवार को पीसीसी चीफ कमलनाथ के निर्देश पर गठित किए गए कांग्रेस के 7 सदस्य दल ने उज्जैन महाकाल लुक पहुंचकर तकनीकी विशेषज्ञों के साथ मूर्तियों की जांच की थी। जांच के बाद बुधवार को भोपाल में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और शोभा ओझा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। वर्मा ने बीजेपी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि इन मूर्तियों को बनाने में घटिया चायनीज शीट का इस्तेमाल किया गया है। वर्मा ने आरोप लगाया कि 11 अक्टूबर 2022 को आनन-फानन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाकाल लोक का उद्घाटन किया। घोषणा की थी कि ये मूर्तियां न कभी गिरेंगी और न ही कभी बदरंग होंगी।

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उधर महाकाल लोक में हुई भ्रष्टाचार की शिकायत नंदी बाबा और भगवान महाकाल से करने के लिए भोपाल से कांग्रेस प्रवक्ताओं का एक दल उज्जैन रवाना हुआ है। कांग्रेस प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह राजावत ने कहा पिछले 18 सालों से मामा के झूठ का पर्दाफाश हुआ है। ये लोग भगवान को धोखा देते हैं तो इंसान को क्या छोड़ेंगे ? इन्होंने महाकाल को भी नहीं छोड़ा। सप्त ऋषि की मूर्तियां हवा में 40 किलोमीटर की रफ्तार में ही हवा में गिर गई और टूट गई। हम सभी कांग्रेस प्रवक्ता गण एकत्रित होकर नंदी जी के कान में जाकर प्रार्थना करेंगे कि जो अहंकारी सरकार है उनका घमंड चूर करें।